ओव्हर-लोड ट्रांसफार्मर चिन्हित करने के निर्देश
Bhopal:Thursday, May 24, 2012
राज्य शासन ने रबी सीजन में किसानों को स्थाई तथा अस्थाई पम्प कनेक्शनों के अधिकतम भार के मद्देनजर वितरण ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने तथा अतिरिक्त ट्रांसफार्मर स्थापित किये जाने का निर्णय लिया है। इसके लिये तीनों विद्युत वितरण कम्पनियों द्वारा कार्य-योजना तैयार की गई है। शासन ने ट्रांसफार्मर फेल होने की दर में कमी लाने के लिये इस वर्ष 2 अरब 52 करोड़ 19 लाख रुपये का प्रावधान किया है।
राज्य शासन ने विद्युत वितरण कम्पनियों को निर्देश दिये हैं कि आगामी रबी सीजन के पूर्व पिछले वर्ष के भार को देखते हुए स्थापित ओव्हर-लोड वितरण ट्रांसफार्मर को चिन्हित कर लिया जाये। साथ ही ट्रांसफार्मर फेल होने की दर में कमी लाने के मद्देनजर अतिरिक्त ट्रांसफार्मर की स्थापना पर भी विशेष ध्यान दिया जाये।राज्य शासन ने रबी सीजन में किसानों को स्थाई तथा अस्थाई पम्प कनेक्शनों के अधिकतम भार के मद्देनजर वितरण ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने तथा अतिरिक्त ट्रांसफार्मर स्थापित किये जाने का निर्णय लिया है। इसके लिये तीनों विद्युत वितरण कम्पनियों द्वारा कार्य-योजना तैयार की गई है। शासन ने ट्रांसफार्मर फेल होने की दर में कमी लाने के लिये इस वर्ष 2 अरब 52 करोड़ 19 लाख रुपये का प्रावधान किया है।
कम्पनियों की कार्य-योजना के अनुसार मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी को इस वर्ष 88 करोड़ 91 लाख, पूर्व क्षेत्र को 64 करोड़ 75 लाख तथा मध्यप्रदेश पश्चिम विद्युत वितरण कम्पनी को 99 करोड़ 35 लाख रुपये का आवंटन दिया गया। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा अपनी योजना के अनुसार इस वर्ष 3 हजार ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई जायेगी।
पूर्व क्षेत्र वितरण कम्पनी की योजना के अनुसार 1400 ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि की जायेगी तथा 1076 नये वितरण ट्रांसफार्मर स्थापित किये जायेंगे। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा 3329 ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ायी जायेगी।
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष करीब साढ़े नौ लाख अस्थाई कनेक्शन कृषकों द्वारा अपने सिंचाई पम्प के लिये लिये जाते हैं। इसके कारण विद्यमान स्थापित वितरण ट्रांसफार्मर पर अतिरिक्त भार आने से उनके खराब होने तथा जलने की शिकायतों में वृद्धि होती है। शासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए विद्युत वितरण कम्पनियों को ट्रांसफार्मर फेल होने की दर में कमी लाये जाने के लिये 2 अरब 52 करोड़ 19 लाख रुपये का बजट आवंटन वर्ष 2012-13 के लिये दिया है।
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष करीब साढ़े नौ लाख अस्थाई कनेक्शन कृषकों द्वारा अपने सिंचाई पम्प के लिये लिये जाते हैं। इसके कारण विद्यमान स्थापित वितरण ट्रांसफार्मर पर अतिरिक्त भार आने से उनके खराब होने तथा जलने की शिकायतों में वृद्धि होती है। शासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए विद्युत वितरण कम्पनियों को ट्रांसफार्मर फेल होने की दर में कमी लाये जाने के लिये 2 अरब 52 करोड़ 19 लाख रुपये का बजट आवंटन वर्ष 2012-13 के लिये दिया है।
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