मध्यप्रदेश में किसानों को मिल रहा है अपने गेहूँ का वाजिब मूल्य
Bhopal:Thursday, May 24, 2012
मध्यप्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में इस साल गेहूँ की भरपूर पैदावार हुई है। गेहूँ की अच्छी फसल से किसानों के चेहरे पर इन दिनों खुशी की लहर देखी जा सकती है। यह खुशी भी ऐसी-वैसी नहीं है, बल्कि दो-गुनी है। ऐसा इसलिए है कि किसान को अब अपनी फसल को बेचने के लिए भटकना नहीं पड़ रहा या उसे उसकी सही कीमत नहीं मिल पा रही, बल्कि इसीलिए कि मध्यप्रदेश सरकार उसके गेहूँ को अच्छी-खासी कीमत चुकाकर खरीद रही है।
मध्यप्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में इस साल गेहूँ की भरपूर पैदावार हुई है। गेहूँ की अच्छी फसल से किसानों के चेहरे पर इन दिनों खुशी की लहर देखी जा सकती है। यह खुशी भी ऐसी-वैसी नहीं है, बल्कि दो-गुनी है। ऐसा इसलिए है कि किसान को अब अपनी फसल को बेचने के लिए भटकना नहीं पड़ रहा या उसे उसकी सही कीमत नहीं मिल पा रही, बल्कि इसीलिए कि मध्यप्रदेश सरकार उसके गेहूँ को अच्छी-खासी कीमत चुकाकर खरीद रही है।
किसानों को इस बात की भी प्रसन्नता है कि राज्य सरकार ने उसकी गेहूँ फसल की खरीदी के लिए व्यापक इंतजाम भी किये हैं। कहीं कोई बाधा या कठिनाई नहीं है। सब कुछ ठीक चल रहा है। उपार्जन केन्द्रों पर सरकार की ओर से ऐसा रिस्पांस पहले कभी किसानों को नहीं मिला।
यह भी हकीकत ही है कि मध्यप्रदेश के लाखों किसान आज अपनी उपजाई फसल पर गर्व महसूस कर रहा है। उसे मालूम हो चुका है कि मध्यप्रदेश सरकार उसकी फसल का एक-एक दाना खरीदेगी। सभी जिलों में गेहूँ खरीदी के उत्सवी माहौल से किसानों के परिवार भी खुश हैं। सही समय पर सही कीमत मिलने से उनके सपनों को आकार जो मिलने जा रहा है। खेती को फायदे का धंधा बनाने की बात इन दिनों मध्यप्रदेश में चरितार्थ होती दिख रही है।
अब तक हुई खरीदी
प्रदेश के जिलों में स्थापित उपार्जन केन्द्रों के जरिए अब तक 8 लाख 290 किसान अपना गेहूँ बेच चुके हैं। कुल 69 लाख 4 हजार मीट्रिक टन गेहूँ खरीदा जा चुका है। इतना ही नहीं खरीदे गये गेहूँ में से लगभग 90 प्रतिशत का सुरक्षित भण्डारण भी राज्य सरकार द्वारा किया जा चुका है। सरकार ने किसानों से समर्थन मूल्य पर जो गेहूँ खरीदा उसका मूल्य 9,572 करोड़ रुपये है। गेहूँ खरीदी का क्रम अभी एक हफ्ते तक और चलेगा। प्रतिदिन किसानों से लगभग दो-सवा दो लाख मीट्रिक टन गेहूँ खरीदा जा रहा है।
यह भी हकीकत ही है कि मध्यप्रदेश के लाखों किसान आज अपनी उपजाई फसल पर गर्व महसूस कर रहा है। उसे मालूम हो चुका है कि मध्यप्रदेश सरकार उसकी फसल का एक-एक दाना खरीदेगी। सभी जिलों में गेहूँ खरीदी के उत्सवी माहौल से किसानों के परिवार भी खुश हैं। सही समय पर सही कीमत मिलने से उनके सपनों को आकार जो मिलने जा रहा है। खेती को फायदे का धंधा बनाने की बात इन दिनों मध्यप्रदेश में चरितार्थ होती दिख रही है।
अब तक हुई खरीदी
प्रदेश के जिलों में स्थापित उपार्जन केन्द्रों के जरिए अब तक 8 लाख 290 किसान अपना गेहूँ बेच चुके हैं। कुल 69 लाख 4 हजार मीट्रिक टन गेहूँ खरीदा जा चुका है। इतना ही नहीं खरीदे गये गेहूँ में से लगभग 90 प्रतिशत का सुरक्षित भण्डारण भी राज्य सरकार द्वारा किया जा चुका है। सरकार ने किसानों से समर्थन मूल्य पर जो गेहूँ खरीदा उसका मूल्य 9,572 करोड़ रुपये है। गेहूँ खरीदी का क्रम अभी एक हफ्ते तक और चलेगा। प्रतिदिन किसानों से लगभग दो-सवा दो लाख मीट्रिक टन गेहूँ खरीदा जा रहा है।
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