मुख्य सचिव ने गेहूँ उपार्जन एवं भंडारण कार्य की समीक्षा की
Bhopal:Saturday, May 12, 2012
मुख्य सचिव श्री आर. परशुराम ने प्रदेश में हो रहे गेहूँ उपार्जन अभियान की आज मंत्रालय में समीक्षा की। मुख्य सचिव ने विशेष रूप से छह जिलों, धार, होशंगाबाद, हरदा, विदिशा, सीहोर और रायसेन में उपार्जित गेहूँ के खुले भंडारण के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की। इन जिलों के लिए अधिकृत प्रमुख सचिवों ने बगैर बारदानों के गेहूँ के सुरक्षित भंडारण के लिए प्रारंभ किए गए प्रयासों की जानकारी दी।
मुख्य सचिव ने खुले भंडारण कार्य में मंडी प्रांगणों में निर्मित पक्के चबूतरों और नए प्लेटफार्म बनवाकर गेहूँ रखे जाने पर प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। इस उद्देश्य से किए जाने वाले निर्माण कार्यों की स्वीकृति तत्काल दी जाएगी। मुख्य सचिव श्री परशुराम ने कहा कि किसानों से गेहूँ खरीदने और गेहूँ के सुरक्षित भंडारण के राज्य सरकार के संकल्प को पूरा करने के लिए कलेक्टर सहित सभी अधिकारी पूरे समर्पण से जुट जाएँ। प्रदेश के 2313 उपार्जन केन्द्रों में किसानों को आवश्यक सुविधाएँ मिलती रहें और मण्डियों में किसानों के लिये भोजन आदि का प्रबंध समुचित ढंग से किया जाये।मुख्य सचिव श्री आर. परशुराम ने प्रदेश में हो रहे गेहूँ उपार्जन अभियान की आज मंत्रालय में समीक्षा की। मुख्य सचिव ने विशेष रूप से छह जिलों, धार, होशंगाबाद, हरदा, विदिशा, सीहोर और रायसेन में उपार्जित गेहूँ के खुले भंडारण के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की। इन जिलों के लिए अधिकृत प्रमुख सचिवों ने बगैर बारदानों के गेहूँ के सुरक्षित भंडारण के लिए प्रारंभ किए गए प्रयासों की जानकारी दी।
अपर मुख्य सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण श्री अंटोनी डिसा ने बताया कि केन्द्र सरकार सहित औद्योगिक संस्थानों और अन्य राज्यों से बारदाना आ रहा है। व्यवस्था होते ही खरीदी केन्द्रों तक इसे पहुँचाने पर ध्यान दिया जा रहा है। श्री डिसा ने बताया कि प्रदेश में 77 लाख मीट्रिक टन गेहूँ उपार्जन के अनुमान के मुताबिक 3 लाख 20 हजार बारदाना गठानों की आवश्यकता थी।
प्रदेश में इस समय 2 लाख 40 हजार गठानें उपलब्ध हैं। शेष 80 हजार गठानों की व्यवस्था की जा रही है। बैठक में बताया कि कल रात्रि एक रैक ग्वालियर पहुँच गई है। दो अन्य रेलवे रैक इटारसी, जबलपुर रविवार तक पहुँच रही हैं। इसके अलावा मण्डीदीप एवं सागर में भी दो रैक शीघ्र पहुँच रही हैं।
प्रमुख सचिवों ने दी इंतजाम की जानकारी
बैठक में छह जिलों के लिये अधिकृत किये गये चार प्रमुख सचिवों ने अपने प्रभार के जिलों में गेहूँ के लूज भण्डारण के लिये चिन्हित स्थानों, आवश्यक अधोसंरचना के लिये तात्कालिक रूप से तैयार योजना एवं उपार्जन कार्य की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी।
प्रमुख सचिवों ने दी इंतजाम की जानकारी
बैठक में छह जिलों के लिये अधिकृत किये गये चार प्रमुख सचिवों ने अपने प्रभार के जिलों में गेहूँ के लूज भण्डारण के लिये चिन्हित स्थानों, आवश्यक अधोसंरचना के लिये तात्कालिक रूप से तैयार योजना एवं उपार्जन कार्य की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि होशंगाबाद जिले में प्रशासन के साथ समन्वय के लिये अधिकृत प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री के.के. सिंह, हरदा जिले के लिये अधिकृत प्रमुख सचिव जल संसाधन श्री आर.एस. जुलानिया, विदिशा एवं धार जिलों के लिये अधिकृत प्रमुख सचिव सहकारिता श्री पी.सी. मीणा और सीहोर और रायसेन जिलों के लिये भण्डारण व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिये जिला प्रशासन के साथ तालमेल बैठाने के लिये प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्रीमती अरूणा शर्मा को अधिकृत किया गया है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव वाणिज्य उद्योग एवं रोजगार श्री पी.के. दाश, आयुक्त खाद्य श्रीमती दीपाली रस्तोगी, प्रबंध संचालक नागरिक आपूर्ति निगम श्री चंद्रहास दुबे, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन श्री शिवशेखर शुक्ला, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, नरेगा, लोक निर्माण, जल संसाधन और सड़क विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता एवं संबंधित संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में अपर मुख्य सचिव वाणिज्य उद्योग एवं रोजगार श्री पी.के. दाश, आयुक्त खाद्य श्रीमती दीपाली रस्तोगी, प्रबंध संचालक नागरिक आपूर्ति निगम श्री चंद्रहास दुबे, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन श्री शिवशेखर शुक्ला, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, नरेगा, लोक निर्माण, जल संसाधन और सड़क विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता एवं संबंधित संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित थे।
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