विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में जल-संसाधन मंत्री मलैया
Bhopal:Monday, May 7, 2012
जल-संसाधन मंत्री श्री जयंत मलैया ने कहा है कि विभागीय व्यवस्थाओं से इस बार प्रदेश में सिंचाई के लिये किसानों को अंतिम छोर तक समय पर पानी मिला। यह बढ़िया सिंचाई व्यवस्थाओं का ही परिणाम है कि प्रदेश में बम्पर उत्पादन हुआ। श्री मलैया ने विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में यह बात कही।
श्री मलैया ने कहा कि सिंचाई सुविधा और उत्पादन में वृद्धि दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। श्री मलैया ने बताया कि शासन द्वारा प्राथमिकता के आधार पर 200 हेक्टेयर से अधिक कमाण्ड क्षेत्र की योजनाएँ हाथ में ली गई हैं। अतः 40 से 200 हेक्टेयर की योजनाएँ साध्यता के अनुसार क्रियान्वित की जायेंगी। उन्होंने बताया कि कछाल एवं महुवर मध्यम सिंचाई योजनाओं को ए.आई.बी.पी. में शामिल करने के प्रस्ताव शासन को प्राप्त हुए हैं। वर्ष 2011 में ए.आई.बी.पी. में 67 लघु सिंचाई योजनाएँ स्वीकृत हुई हैं और 68 योजनाओं के प्रस्ताव स्वीकृति के लिये भारत सरकार को भेजे गये हैं।
जल-संसाधन मंत्री श्री जयंत मलैया ने कहा है कि विभागीय व्यवस्थाओं से इस बार प्रदेश में सिंचाई के लिये किसानों को अंतिम छोर तक समय पर पानी मिला। यह बढ़िया सिंचाई व्यवस्थाओं का ही परिणाम है कि प्रदेश में बम्पर उत्पादन हुआ। श्री मलैया ने विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में यह बात कही।
श्री मलैया ने कहा कि सिंचाई सुविधा और उत्पादन में वृद्धि दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। श्री मलैया ने बताया कि शासन द्वारा प्राथमिकता के आधार पर 200 हेक्टेयर से अधिक कमाण्ड क्षेत्र की योजनाएँ हाथ में ली गई हैं। अतः 40 से 200 हेक्टेयर की योजनाएँ साध्यता के अनुसार क्रियान्वित की जायेंगी। उन्होंने बताया कि कछाल एवं महुवर मध्यम सिंचाई योजनाओं को ए.आई.बी.पी. में शामिल करने के प्रस्ताव शासन को प्राप्त हुए हैं। वर्ष 2011 में ए.आई.बी.पी. में 67 लघु सिंचाई योजनाएँ स्वीकृत हुई हैं और 68 योजनाओं के प्रस्ताव स्वीकृति के लिये भारत सरकार को भेजे गये हैं।
श्री मलैया ने स्पष्ट किया कि भारत शासन की नीति के अनुसार ए.आई.बी.पी. योजना में आदिवासी एवं सूखा उन्मुख क्षेत्रों के लिये विकासखण्ड को इकाई माना गया है। तहसील को इकाई विषयक निर्णय भारत सरकार को ही लेना है। मंत्री ने बताया कि शासन स्तर से किये गये प्रयासों से भू-अर्जन के लम्बित प्रकरणों में गति आई है तथा इस संबंध में राजस्व विभाग द्वारा भी तेजी से कार्यवाही की जा रही है।
समिति के सदस्य विधायकों ने जल-संसाधन विभाग द्वारा वन विभाग को दी जाने वाली राशि को पृथक करने की अनुशंसा की। श्री मलैया ने इस प्रस्ताव को भारत सरकार को भेजे जाने की सहमति दी।
श्योपुर के विधायक श्री ब्रजराज सिंह चौहान ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र श्योपुर एवं गृह गाँव भिण्ड में इस बार अंतिम छोर तक पानी पहुँचने से किसानों में प्रसन्नता रही। उन्होंने इसके लिये विभाग की सराहना की।
बैठक में पायकू के संचालक श्री मनीष सिंह व अशासकीय सदस्यों में श्री रामराव कवड़ेती पाण्डुर्णा, श्री राजकुमार उरमलिया त्यौंथर, श्री धूलसिंह डावर हिरन्या एवं विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
समिति के सदस्य विधायकों ने जल-संसाधन विभाग द्वारा वन विभाग को दी जाने वाली राशि को पृथक करने की अनुशंसा की। श्री मलैया ने इस प्रस्ताव को भारत सरकार को भेजे जाने की सहमति दी।
श्योपुर के विधायक श्री ब्रजराज सिंह चौहान ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र श्योपुर एवं गृह गाँव भिण्ड में इस बार अंतिम छोर तक पानी पहुँचने से किसानों में प्रसन्नता रही। उन्होंने इसके लिये विभाग की सराहना की।
बैठक में पायकू के संचालक श्री मनीष सिंह व अशासकीय सदस्यों में श्री रामराव कवड़ेती पाण्डुर्णा, श्री राजकुमार उरमलिया त्यौंथर, श्री धूलसिंह डावर हिरन्या एवं विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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