विद्युत की अधिकतम माँग ८५२१ मेगावॉट पर पहुँची
Bhopal:Monday, November 14, 2011
रबी मौसम में सिंचाई के लिये कृषि पम्पों का वर्तमान में भार बढ़ा हुआ है। इसके साथ ही घरेलू तथा औद्योगिक माँग भी अधिक होने से प्रदेश की अधिकतम बिजली की माँग ८५२१ मेगावॉट तक पहुँच गई है। इस माँग की पूर्ति के लिये ऊर्जा विभाग द्वारा हर-संभव प्रयास किये जा रहे हैं।
बिजली की माँग के विरुद्ध विद्युत की उपलब्धता ७०७६ मेगावॉट तक पहुँच गई है। माँग तथा उपलब्धता के अंतर को कम करने के लिये बैंकिंग तथा विद्युत का क्रय कर प्रदाय किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि जब प्रणाली की फ्रिक्वेंसी अधिक होती है तो विद्युत का आहरण कर लिया जाता है, जिससे प्रदेश के उपभोक्ता ज्यादा से ज्यादा बिजली प्राप्त कर सकें। प्रदेश की दो बंद ताप विद्युत इकाइयाँ आज से क्रियाशील हो गई हैं।रबी मौसम में सिंचाई के लिये कृषि पम्पों का वर्तमान में भार बढ़ा हुआ है। इसके साथ ही घरेलू तथा औद्योगिक माँग भी अधिक होने से प्रदेश की अधिकतम बिजली की माँग ८५२१ मेगावॉट तक पहुँच गई है। इस माँग की पूर्ति के लिये ऊर्जा विभाग द्वारा हर-संभव प्रयास किये जा रहे हैं।
ताप विद्युतगृहों का रख-रखाव कार्य जारी
मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कम्पनी द्वारा ताप विद्युतगृहों के रख-रखाव का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसके फलस्वरूप अमरकंटक ताप विद्युतगृह की इकाई क्रमांक-४ जो गत एक नवम्बर से बंद थी, उसे आज क्रियाशील कर दिया गया है। साथ ही सतपुड़ा की २१० मेगावॉट की इकाई क्रमांक-९ जो गत ११ नवम्बर से बंद थी, उसे भी आज १४ नवम्बर को क्रियाशील कर दिया गया है। इसी प्रकार सतपुड़ा ताप विद्युतगृह की २१० मेगावॉट की इकाई क्रमांक-८ गत ९ सितम्बर से बंद थी। इसे भी आगामी १६ नवम्बर को क्रियाशील कर दिया जायेगा। सभी ताप विद्युतगृहों का संचालन अत्यधिक सावधानीपूर्वक किया जा रहा है, जिससे तकनीकी खराबी के चलते कम से कम विद्युत इकाइयाँ बंद हों। इस बार ताप विद्युतगृहों में कम से कम खराबी हो, इसके लिये एन.टी.पी.सी. से भी सहयोग लिया जा रहा है।
केन्द्रीय क्षेत्र की १०६ ़ु ३ कवास गैस आधारित विद्युतगृह से बिजली भी क्रय नहीं की जा रही है, क्योंकि इसकी लागत अत्यधिक है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इसकी लागत कम करने के लिये केन्द्र सरकार से सस्ती गैस उपलब्ध कराने हेतु बार-बार अनुरोध भी किया जा रहा है। इस बीच तारापुर परमाणु विद्युतगृह की ५४० मेगावॉट की इकाई जिससे प्रदेश को १०६ मेगावॉट विद्युत प्राप्त होती है। इसमें खराबी आने के कारण इसे एक महीने के लिये बंद कर दिया गया है। दामोदर वैली कार्पोरेशन से २०० मेगावॉट दीर्घ अवधि विद्युत क्रय का अनुबंध किया गया है। इसके विरुद्ध १७५ मेगावॉट विद्युत प्राप्त हो रही है।
ताप तथा जल-विद्युतगृहों से बिजली की उपलब्धता
ताप विद्युतगृहों से रविवार १३ नवम्बर को २८०७ मेगावॉट के स्थान पर २०३२ मेगावॉट उपलब्धता रही। इंदिरा सागर से १००० मेगावॉट के स्थान पर ६६६ मेगावॉट, ओंकारेश्वर से ५२० मेगावॉट के स्थान पर ३३३ मेगावॉट, सरदार सरोवर से ८२६.५ मेगावॉट के स्थान पर ५९६ मेगावॉट तथा मण्डल के जल-विद्युतगृहों से ९१७ मेगावॉट के स्थान पर ७२४ मेगावॉट की अधिकतम उपलब्धता रही।
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