केन्द्र सरकार के उपक्रम नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन (एनटीपीसी) मध्यप्रदेश में अपना सबसे बड़ा 4000 मेगावाट स्थापित क्षमता का ताप विद्युत गृह छतरपुर जिले के ग्राम बरेठी के नजदीक स्थापित कर रहा है। इस विद्युत गृह से उत्पादित होने वाली विद्युत के क्रय के लिये गत दिवस नई दिल्ली में एनटीपीसी एवं मध्यप्रदेश पावर ट्रेडिंग कम्पनी के मध्य पावर परचेज एग्रीमेंट (विद्युत क्रय अनुबंध) हस्ताक्षरित हुआ।
यह प्रदेश में अभी तक हुये पावर परचेज एग्रीमेंट में सबसे बड़ा अनुबंध है। इस अवसर पर ऊर्जा तथा खनिज साधन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री राजेन्द्र शुक्ल तथा ऊर्जा सचिव श्री मोहम्मद सुलेमान विशेष रूप से मौजूद थे।एनटीपीसी के विद्युतगृह से मिलेगी दो हजार मेगावॉट बिजली
ऊर्जा मंत्री श्री शुक्ल की उपस्थिति में पीपीए हस्ताक्षरित
प्रदेश में अभी तक हुए पॉवर परचेज का सबसे बड़ा अनुबंध
छत्तीसगढ़ विद्युत परियोजना से भी मिलेगी प्रदेश को 400 मेगावॉट बिजली
उक्त ताप विद्युत गृह की स्थापना के लिये अभी हाल ही में खजुराहो में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में मेमोरेण्डम ऑफ अंडरस्टेडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुये थे। इस ताप विद्युत गृह से मध्यप्रदेश को पहली बार 50 प्रतिशत विद्युत 2000 मेगावाट आवंटित की जायेगी। इस अवसर पर एक अन्य पावर परचेज एग्रीमेंट भी निष्पादित किया गया, जिसके अनुसार एनटीपीसी द्वारा छत्तीसगढ़ के लारा में स्थापित विद्युत परियोजना एवं दो की कुल उत्पादित क्षमता से करीब 400 मेगावाट विद्युत मध्यप्रदेश को आवंटित होगी। उपरोक्त दोनों विद्युत परियोजनाओं से वर्ष 2015-16 से विद्युत उत्पादन प्रारंभ होने की संभावना है।
विद्युत क्रय अनुबंधों पर मध्यप्रदेश की ओर से पावर ट्रेडिंग कम्पनी के प्रबंध संचालक श्री पी.के. वैश्य तथा एनटीपीसी की ओर से कार्यपालक निदेशक श्री एम.वी.के. रामाराव ने हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर केन्द्र सरकार के विद्युत मंत्रालय की ओर से श्री आई.सी.पी. केसरी एवं एनटीपीसी की ओर से अध्यक्ष श्री अरूप रॉय चौधरी एवं वरिष्ठ निदेशक (वाणिज्य) श्री आई.जी. कपूर तथा बोर्ड के अन्य निदेशक भी उपस्थित थे।
ऊर्जा राज्य मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने इस अवसर पर पावर परचेज एग्रीमेंट हस्ताक्षरित होने के पश्चात सभी को बधाई दी साथ ही उन्होंने एनटीपीसी से प्रदेश में और अधिक विद्युत परियोजनाएं स्थापित किये जाने के लिये प्रयास करने का आग्रह किया। एनटीपीसी अधिकारियों ने इस अवसर पर जानकारी दी कि मध्यप्रदेश के कुछ स्थानों पर सर्वे का कार्य किया जा रहा है एवं निकट भविष्य में मध्यप्रदेश में दो और विद्युत परियोजनाओं को स्थापित करने का निर्णय लिया जा सकता है, जिससे प्रदेश को कुल उत्पादित क्षमता का 50 प्रतिशत विद्युत प्राप्त होगा।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में एनटीपीसी से प्रदेश को लगभग 2228 मेगावाट विद्युत प्राप्त हो रही है। प्रदेश की पावर ट्रेडिंग कम्पनी के द्वारा एनटीपीसी की भविष्य में आने वाली विद्युत परियोजनाओं (सीपत वर्ग-एक, मौदा फेस-1 एवं 2, विन्ध्याचल 4 एवं 5 तथा सोलापुर इत्यादि) से विद्युत क्रय अनुबंध पूर्व में हस्ताक्षरित किये गये हैं, जिससे लगभग 2000 मेगावाट अतिरिक्त विद्युत प्रदेश को प्राप्त होगी। संभावना है कि आगामी 5-6 वर्षों में प्रदेश को एनटीपीसी से वर्तमान में प्राप्त होने वाली 2200 मेगावाट विद्युत से करीब 4 गुना अर्थात् 8000 मेगावाट से अधिक विद्युत प्राप्त होने लगेगी।
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