इस वर्ष भी भरपूर मात्रा में उन्नत बीज का प्रयोग
खरीफ बोवनी अब अपने उत्तरार्ध पर है। मौसम की धूप छांह के बीच किसानों ने भरपूर आत्म विश्वास का प्रदर्शन करते हुए मुख्य फसलों की बोवाई की है। अच्छा उत्पादन लेने के लिये उन्नत बीज का प्रयोग करना खेती का एक प्रमुख सूत्र है।
प्रदेश के किसानों द्वारा इस वर्ष भी भरपूर मात्रा में उन्नत बीज का प्रयोग किया गया है। ज्यादातर फसलों का मानक स्तर का बीज गत वर्ष की तुलना में अधिक वितरित हुआ है।प्राप्त जानकारी के अनुसार इस कृषि मौसम में किसानों ने सोयाबीन और धान का सर्वाधिक बीज उपयोग किया है। कपास का उन्नत एवं प्रमाणित बीज गत वर्ष की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक बोया गया है। सर्वाधिक बीज का बदलाव किसानों ने तिलहन फसलों में किया है।
सोयाबीन का आधार और प्रमाणित बीज की 16,55,286 क्विंटल मात्रा का उपयोग किसानों ने इस वर्ष किया जबकि वर्ष 2009 खरीफ में 9,10,110 क्विंटल ही नया बीज बोया गया था। धान में गत वर्ष उपयोग में लाया गया मानक स्तर का बीज 88,990 क्विंटल था जबकि इस वर्ष 1,02,487 क्विंटल बीज वितरित हुआ।
सोयाबीन का आधार और प्रमाणित बीज की 16,55,286 क्विंटल मात्रा का उपयोग किसानों ने इस वर्ष किया जबकि वर्ष 2009 खरीफ में 9,10,110 क्विंटल ही नया बीज बोया गया था। धान में गत वर्ष उपयोग में लाया गया मानक स्तर का बीज 88,990 क्विंटल था जबकि इस वर्ष 1,02,487 क्विंटल बीज वितरित हुआ।
मक्का बीज गत वर्ष की मात्रा 27,166 क्विंटल की तुलना में 51,241 क्विंटल, ज्वार 9510 क्विंटल की तुलना में 8179 क्विंटल, उड़द 6366 क्विंटल की तुलना में 7469 क्विंटल, मूंग 4000 क्विंटल की तुलना में 28458 क्विंटल, तिल 321 क्विंटल की तुलना में 1244 क्विंटल तथा मूंगफली 1884 की तुलना में 3142 क्विंटल और कपास 6774 क्विंटल की तुलना मंे 8832 क्विंटल वितरित हुआ।
इसमें बीटी कपास का हिस्सा ही सर्वाधिक है। अन्य किस्मांे के कपास का अंश केवल 150 क्विंटल है। इस प्रकार अभी तक विभाग द्वारा किसानों को उपलब्ध कराया गया कुल प्रमाणित तथा आधार बीज 872343 क्विंटल है जो गत वर्ष के कुल बीज वितरण की तुलना में लगभग 8 लाख क्विंटल अधिक है।
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