कृषकों के लाभ के लिये हर-संभव प्रयास किये जायेंगे
कृषि कार्यों के लिये प्रयोग किये जाने वाले यंत्र और उपकरण खेती की जटिलताओं को तो कम करते ही हैं साथ ही समय पर जुताई-बोवाई, कटाई आदि करने से फसल को मौसम की विपरीत परिस्थतियों में भी सुरक्षा प्राप्त होती है। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री एम.एम. उपाध्याय ने
यह बात संचालनालय कृषि में कृषि यंत्र निर्माताओं, अनुसंधानकर्त्ताओं और कृषि यंत्रियों तथा कृषि विशेषज्ञों की बैठक में कही।उन्होंने कहा कि अधिकतम किसानों को विभाग की योजनाओं के अंतर्गत उपलब्ध अनुदान देकर उन्हें कृषि यंत्र क्रय करने के लिये प्रोत्साहित किया जा सकता है। इसके लिये उन्होंने एक प्रभावी रणनीति बनाने की आवश्यकता जाहिर की। प्रमुख सचिव ने यंत्र निर्माताओं से भी उनकी कठिनाईयां जानीं तथा उन्हें दूर करने के लिये आश्वस्त किया।
उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेशों में संचालित अनुदान का प्रदेश के किये गये प्रावधानों से तुलनात्मक अध्ययन किया जायेगा तथा कृषकों के लाभ के लिये हर-संभव प्रयास किये जायेंगे। कृषि यंत्र विक्रेताओं के लिये लायसेंस प्रक्रिया को आसान बनाने और सभी लंबित प्रकरणों का त्वरित निराकरण करने के निर्देश भी उन्होंने विभागीय अधिकारियों को दिये।
सीड ड्रिल, थ्रेसर तथा स्ट्रा रीपर के लिये अनुदान व्यवस्था और जोखिमपूर्ण यंत्रों के लिये अधिनियम की शर्तों पर भी विशेष चर्चा की गयी। खरीफ मौसम को देखते हुए आवश्यक कृषि यंत्र वितरण और यंत्रों पर अनुदान योजनाओं के प्रचार-प्रसार किये जाने के निर्णय भी लिये गये।
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