संयंत्र से लगभग तीन करोड़ रुपये की बिजली प्राप्त होगी
मध्यप्रदेश में गोबर गैस प्लांट (बायो गैस) से उत्पादित होने वाली 1.2 मेगावॉट बिजली क्रय के लिये आज पहला विद्युत क्रय अनुबंध विद्युत मण्डल के मुख्यालय जबलपुर में हस्ताक्षरित हुआ। इस अनुबंध पर मध्यप्रदेश पॉवर ट्रेडिंग कम्पनी लिमिटेड के चीफ जनरल मैनेजर कामर्शियल श्री ए.बी. बाजपेई और आरडीएम केयर इण्डिया प्रायवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सी.ई.ओ.) श्री मलिन्दर सिंह आनंद ने हस्ताक्षर किये।
उल्लेखनीय है कि आरडीएम केयर इण्डिया प्रायवेटे लिमिटेड जबलपुर निकट परियट नदी पर अपना गोबर गैस आधारित बिजली संयंत्र स्थापित करेगा। लगभग 14 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने वाले इस विद्युतगृह में 1.2 मेगावॉट बिजली उत्पादित होगी। यह मध्यप्रदेश का पहला और देश का सबसे बड़ा गोबर गैस विद्युत संयंत्र होगा। इस संयंत्र से आगामी दिसंबर माह में बिजली उत्पादन होने की संभावना है। यह संयंत्र हालैंड की तकनीकी सहायता से निर्मित हो रहा है।मध्यप्रदेश पॉवर ट्रेडिंग कम्पनी लिमिटेड के प्रबंध संचालक श्री पी.के. वैश्य ने इस अवसर पर बताया कि विद्युत संयंत्र में उत्पादित होने वाली बिजली के पॉवर ट्रेडिंग कम्पनी क्रय करेगी। मध्यप्रदेश नियामक आयोग द्वारा निर्धारित किये गये 3.33 रुपये प्रति यूनिट की दर से ट्रेडिंग कम्पनी बिजली खरीदेगी। उन्होंने कहा कि गोबर गैस आधारित बिजली उत्पादन ग्रीन इनर्जी की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। श्री वैश्य ने कहा कि इस संयंत्र से लगभग तीन करोड़ रुपये की बिजली प्राप्त होगी।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कम्पनी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री आर.के. वर्मा, मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री पंकज अग्रवाल सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
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