गत वर्ष की तुलना में चार लाख हेक्टेयर रकबा बढ़ेगा
प्रदेश
में इस साल 104 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बोवनी की जायेगी। पिछले साल
रबी मौसम में 99 लाख 52 हजार हेक्टेयर रकबे में फसलें बोई गई थीं। पिछले
साल की तुलना में इस साल रबी क्षेत्रफल में 4 लाख 28 हजार हेक्टेयर की
वृद्धि भरपूर वर्षा के कारण होगी। किसानों को तिलहनी और दलहनी फसलों की
बोवाई संचित नमी के कारण करने की सलाह दी जा रही है।
प्रदेश
में रबी का सामान्य क्षेत्रफल 84 लाख 77 हजार हेक्टेयर है। इसमें लगभग 20
प्रतिशत क्षेत्रफल की वृद्धि इस साल होने की संभावना है। प्रमुख रबी फसलों
में गेहूँ की फसल पिछले साल 49 लाख हेक्टेयर में बोई गई थी। इस साल लगभग 49
लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में गेहूँ की बोवाई होने की संभावना है। चना
फसल के क्षेत्र विकास और उत्पादन में वृद्धि के लिये विभाग द्वारा विशेष
प्रयास किये जायेंगे। चना बोवाई का लक्ष्य इस साल 32 लाख 5 हजार हेक्टेयर
निर्धारित किया गया है, जो पिछले साल बोये गये 30 लाख 44 हजार हेक्टेयर से 2
लाख 6 हजार अधिक है। मसूर का रकबा पिछले साल के 6 लाख 20 हजार हेक्टेयर से
30 हजार हेक्टेयर अधिक है। सरसों और राई इस साल 8 लाख 50 हजार हेक्टेयर
में बोई जा सकती है। यह पिछले रबी मौसम की तुलना में लगभग 65 हजार हेक्टेयर
अधिक होगी।
कृषि
विशेषज्ञों के अनुसार इस साल रबी मौसम में अच्छे उत्पादन की भरपूर संभावना
है। किसान-कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा सभी कृषि आदान, उर्वरक,
बीज, बीजोपचार दवा, कृषि यंत्र आदि की भरपूर व्यवस्था की गई है। किसान,
सहकारी संस्थाओं और कृषि कार्यालय से सम्पर्क कर आदान सामग्री ले सकते हैं।
0 comments:
Post a Comment