पायलट प्रोजेक्ट हरदा जिले में
Bhopal:Sunday, June 10, 2012
मध्यप्रदेश के हरदा जिले में जिला मुख्यालयीन जनपद पंचायत की ग्राम-पंचायत गाहल में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मनेरगा की मजदूरी का भुगतान ई-पेमेन्ट के जरिये किये जाने का कार्य किया जा रहा है। इस माह के अंत तक ग्राम-पंचायत में ई-पेमेंट से मजदूरी भुगतान होने लगेगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मनरेगा मजदूरी का भुगतान ई-पेमेंट के माध्यम से होने से मजदूरी में होने वाले विलम्ब को रोका जा सकेगा।
मनरेगा के मजदूरों को मजदूरी के भुगतान में विलम्ब से निजात दिलाने के लिए शीघ्र ही प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक फण्ड मैनेजमेंट सिस्टम का क्रियान्वयन कर ई-पेमेंट किया जाएगा। अब इस सिस्टम में प्रत्येक जनपद पंचायत में समस्त ग्राम-पंचायतों का एक पूल एकाउंट होगा। इस पूल एकाउंट के माध्यम से जनपद पंचायत में मनरेगा के मजदूरों को मजदूरी का भुगतान सीधे उनके खातों में किया जाएगा।मध्यप्रदेश के हरदा जिले में जिला मुख्यालयीन जनपद पंचायत की ग्राम-पंचायत गाहल में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मनेरगा की मजदूरी का भुगतान ई-पेमेन्ट के जरिये किये जाने का कार्य किया जा रहा है। इस माह के अंत तक ग्राम-पंचायत में ई-पेमेंट से मजदूरी भुगतान होने लगेगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मनरेगा मजदूरी का भुगतान ई-पेमेंट के माध्यम से होने से मजदूरी में होने वाले विलम्ब को रोका जा सकेगा।
इस सिस्टम के लागू होने से अब ग्राम-पंचायतों में मजदूरी के भुगतान में राशि की कमी संबंधी समस्या भी समाप्त हो जाएगी। इस व्यवस्था से पूर्व में चेक जमा करने एवं चेक के क्लीयरेंस संबंधी व्यवधानों से मजदूरी भुगतान में होने वाले अनावश्यक विलम्ब को रोका जा सकेगा और मजदूरों को समय पर मजदूरी का भुगतान हो सकेगा। प्रत्येक जनपद पंचायत पर पूल एकाउंट होने से मजदूरी भुगतान में राशि की कमी भी आड़े नहीं आएगी।
ऐसे करेगा ईएफएम सिस्टम काम
इलेक्ट्रॉनिक फण्ड मैनेजमेंट सिस्टम में मजदूरों द्वारा किए जाने वाले कार्यों की जानकारी का मस्टर-रोल पर अंकन होने के बाद सॉफ्टवेयर द्वारा मजदूरों को होने वाले भुगतान की सूची सिस्टम पर तैयार हो जाएगी। कार्य की क्रियान्वयन एजेंसी के भुगतान प्राधिकारी जो ग्राम पंचायत सचिव और सरपंच होते हैं, द्वारा भुगतान सूची का सत्यापन डिजीटल हस्ताक्षर द्वारा किया जाएगा। भुगतान प्राधिकारियों द्वारा डिजीटल हस्ताक्षरित सूचियों को बैंक के सर्वर पर डाला जाएगा। सर्वर पर सूची डलने के चंद सेकंड बाद ही मजदूरों के खातों में मजदूरी का भुगतान हो जाएगा।
ऐसे करेगा ईएफएम सिस्टम काम
इलेक्ट्रॉनिक फण्ड मैनेजमेंट सिस्टम में मजदूरों द्वारा किए जाने वाले कार्यों की जानकारी का मस्टर-रोल पर अंकन होने के बाद सॉफ्टवेयर द्वारा मजदूरों को होने वाले भुगतान की सूची सिस्टम पर तैयार हो जाएगी। कार्य की क्रियान्वयन एजेंसी के भुगतान प्राधिकारी जो ग्राम पंचायत सचिव और सरपंच होते हैं, द्वारा भुगतान सूची का सत्यापन डिजीटल हस्ताक्षर द्वारा किया जाएगा। भुगतान प्राधिकारियों द्वारा डिजीटल हस्ताक्षरित सूचियों को बैंक के सर्वर पर डाला जाएगा। सर्वर पर सूची डलने के चंद सेकंड बाद ही मजदूरों के खातों में मजदूरी का भुगतान हो जाएगा।
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