सहकारी समितियों से 2 लाख 43 हजार मीट्रिक टन खाद का उठाव
Bhopal:Sunday, June 10, 2012
राज्य शासन द्वारा किसानों को आगामी खरीफ सीजन में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की गई है। किसानों को खाद के अग्रिम भण्डारण पर ब्याज नहीं लेने की छूट प्रदान की गई है। अग्रिम उर्वरक भण्डारण योजना में मार्कफेड के निर्धारित लक्ष्य 5 लाख मीट्रिक टन के विरुद्ध 6 लाख 6 हजार मीट्रिक टन भण्डारण किया गया। इसमें 3 लाख 20 हजार मीट्रिक टन उर्वरक सहकारी समितियों को उपलब्ध करवाया गया। अभी मार्कफेड में 2 लाख 86 हजार मीट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध है।
खरीफ 2012 के लिए प्रदेश के लिए भारत सरकार द्वारा 25 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों की आपूर्ति के लिए सहमति दी गई है। गत वर्ष 21 लाख 40 हजार मीट्रिक टन उर्वरकों की खपत हुई। खरीफ 2012 के लिए अप्रैल से जून माह तक उर्वरकों की माँग 9 लाख 16 हजार मीट्रिक टन के विरुद्ध 4 जून, 2012 तक 8 लाख 44 हजार मीट्रिक टन उर्वरक का भण्डारण होकर 3 लाख 13 हजार मीट्रिक टन का वितरण कराया गया। अभी 5 लाख 31 हजार मीट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध शेष है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष की इसी अवधि में 77 हजार मीट्रिक टन उर्वरकों का विक्रय अधिक किया गया है।राज्य शासन द्वारा किसानों को आगामी खरीफ सीजन में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की गई है। किसानों को खाद के अग्रिम भण्डारण पर ब्याज नहीं लेने की छूट प्रदान की गई है। अग्रिम उर्वरक भण्डारण योजना में मार्कफेड के निर्धारित लक्ष्य 5 लाख मीट्रिक टन के विरुद्ध 6 लाख 6 हजार मीट्रिक टन भण्डारण किया गया। इसमें 3 लाख 20 हजार मीट्रिक टन उर्वरक सहकारी समितियों को उपलब्ध करवाया गया। अभी मार्कफेड में 2 लाख 86 हजार मीट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध है।
सहकारी समितियों के लिए प्रदेश में 4 लाख मीट्रिक टन उर्वरक के अग्रिम भण्डारण के निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध 3 लाख 20 हजार मीट्रिक टन भण्डारित है। इसमें से कृषकों द्वारा अब तक 2 लाख 43 हजार मीट्रिक टन का उठाव किया जा चुका है। सुपर फास्फेट सहित एक अप्रैल से सात जून, 2012 तक 3 लाख 29 हजार मीट्रिक टन उर्वरक किसानों द्वारा सेवा सहकारी समितियों से उठाये गये जो गत वर्ष इसी अवधि के उठाव 71 हजार मीट्रिक टन से 2 लाख 58 हजार मीट्रिक टन अधिक है।
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