प्रसारण 10 मई से होगा शुरू
Bhopal:Sunday, May 6, 2012
जनजातीय समुदाय द्वारा संचालित और प्रसारित किया जाने वाला दुनिया का पहला गोण्डी सामुदायिक रेडियो केन्द्र मध्यप्रदेश के चिचौली (बैतूल) में 10 मई से शु होगा। वन्या, आदिम-जाति कल्याण विभाग के सहयोग से शु होने वाले इस रेडियो केन्द्र से आदिवासियों द्वारा अपनी बोली 'गोण्डी' में कार्यक्रमों का प्रसारण किया जायेगा।
रेडियो केन्द्र चिचौली से प्रतिदिन दो घन्टे के कार्यक्रम प्रसारित किये जाएंगे, जिन्हें 90.4 एफ एम (मेगा हर्ट्ज) पर 20-25 किलोमीटर की परिधि में सुना जा सकेगा।जनजातीय समुदाय द्वारा संचालित और प्रसारित किया जाने वाला दुनिया का पहला गोण्डी सामुदायिक रेडियो केन्द्र मध्यप्रदेश के चिचौली (बैतूल) में 10 मई से शु होगा। वन्या, आदिम-जाति कल्याण विभाग के सहयोग से शु होने वाले इस रेडियो केन्द्र से आदिवासियों द्वारा अपनी बोली 'गोण्डी' में कार्यक्रमों का प्रसारण किया जायेगा।
यह केन्द्र जहाँ एक ओर राज्य शासन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में अपनी महती भूमिका निभाएगा, वहीं दूसरी ओर जनता और शासन के बीच एक सेतु का काम भी करेगा।
उल्लेखनीय है कि 'वन्या' द्वारा मध्यप्रदेश की विशेष पिछड़ी जनजातियों की आवाज और बुलंद करने के लिए प्रारंभिक चरण में चिचौली सहित 12 स्थान पर सामुदायिक रेडियो केन्द्र प्रारंभ करने की पहल की जा रही है। इनमें बैगा बहुल क्षेत्र चाडा (जिला डिण्डौरी), बैहर (जिला बालाघाट), कोरकू बहुल खालवा (जिला खण्डवा), गोण्ड बहुल चिचोली (जिला बैतूल), भील बहुल नालछा (जिला धार), भाबरा (जिला अलीराजपुर), मेघनगर (जिला झाबुआ), उमरी (जिला गुना), सहरिया बहुल सेसईपुरा (जिला श्योपुर) और भारिया बहुल बिजोरी (जिला छिन्दवाड़ा) आदि शामिल हैं।
इन केन्द्र में से भाबरा जिला-अलीराजपुर, खालवा जिला खण्डवा के सामुदायिक रेडियो केन्द्रों से प्रसारण जारी है। अगले क्रम में चिचौली जिला बैतूल का उद्घाटन 10 मई 2012 को होगा । सेसईपुरा, नालछा के रेडियो स्टूडियो बनकर तैयार है। शेष जगहों पर कार्य निर्माणाधीन है।
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