नए सॉफ्टवेयर से जानकारी सहज उपलब्ध
Bhopal:Tuesday, October 4, 2011:
अब आप घर बैठे जान सकते हैं कि प्रदेश के किस बाँध में कितना जल स्तर है। यह भी जान सकते हैं कि बाँध में जल की कितनी मात्रा है और वह बाँध कितने प्रतिशत भरा हुआ है। इसके लिए आपको जल संसाधन विभाग की वेबसाइट http://www.mpwrd.gov.in/ पर जाना होगा।
इस साइट पर जाते ही RLM (Reservoir Level Monitoring) टेब पर क्लिक करते ही बाँधों की पूरी स्थिति सामने आ जाएगी। यदि आप पिछले किसी दिन की यही सब जानकारी जानना चाहते हैं तो वह सुविधा भी उपलब्ध है।
यह जानकारी भी उपलब्ध है कि प्रदर्शित होने वाला आँकड़ा आज का है अथवा पिछले किसी दिन का है। यह भी पता लग जाता है कि जानकारी कितने बजे दर्ज की गई है। जानकारी की यह सहज उपलब्धता एक नए सॉफ्टवेयर से संभव हुई है। जल संसाधन विभाग की विश्व बैंक परियोजना ने इस सॉफ्टवेयर को विकसित किया है। यदि आपके मोबाइल पर इंटरनेट सुविधा है तो जानकारी मोबाइल से भी प्राप्त की जा सकती है।
विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में बाँधों के जल स्तर और जल भराव की जानकारी कई पेचीदा प्रक्रियाओं से गुजरती थी और विभागीय कार्यालय तक ही सीमित रहती थी, लेकिन सूचना प्रौद्योगिकी के सहयोग से यह जानकारी सहज ही अब सभी के लिए उपलब्ध है। बांध में जल और अन्य आंकड़ों की गणना करने वाला कर्मचारी एक रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्रतिदिन SMS करता है। इस नंबर की सिम कम्प्यूटर से जुड़ी है। कम्प्यूटर SMS से प्राप्त इस जानकारी को वेबसाइट पर डाल देता है।
यह व्यवस्था बाढ़ की जानकारी प्राप्त करने के लिए 15 जून से 15 अक्टूबर तक के लिए की गई थी लेकिन इसकी सफलता और सहजता को देखते हुए पूरे साल के लिए बढ़ाए जाने पर विचार चल रहा है। साथ ही इस प्रौद्योगिकी का उपयोग नहरो में जल संचालन तथा फील्ड से संबंधित अन्य जानकारी को प्राप्त करने पर भी विचार किया जा रहा है। वर्तमान में इस सुविधा से प्रदेश के 43 बड़े और मध्यम बाँधों की जानकारी उपलब्ध हो रही है तथा अन्य बाँधों को भी इस जानकारी के दायरे में लाने के प्रयास चल रहे है।
विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में बाँधों के जल स्तर और जल भराव की जानकारी कई पेचीदा प्रक्रियाओं से गुजरती थी और विभागीय कार्यालय तक ही सीमित रहती थी, लेकिन सूचना प्रौद्योगिकी के सहयोग से यह जानकारी सहज ही अब सभी के लिए उपलब्ध है। बांध में जल और अन्य आंकड़ों की गणना करने वाला कर्मचारी एक रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्रतिदिन SMS करता है। इस नंबर की सिम कम्प्यूटर से जुड़ी है। कम्प्यूटर SMS से प्राप्त इस जानकारी को वेबसाइट पर डाल देता है।
यह व्यवस्था बाढ़ की जानकारी प्राप्त करने के लिए 15 जून से 15 अक्टूबर तक के लिए की गई थी लेकिन इसकी सफलता और सहजता को देखते हुए पूरे साल के लिए बढ़ाए जाने पर विचार चल रहा है। साथ ही इस प्रौद्योगिकी का उपयोग नहरो में जल संचालन तथा फील्ड से संबंधित अन्य जानकारी को प्राप्त करने पर भी विचार किया जा रहा है। वर्तमान में इस सुविधा से प्रदेश के 43 बड़े और मध्यम बाँधों की जानकारी उपलब्ध हो रही है तथा अन्य बाँधों को भी इस जानकारी के दायरे में लाने के प्रयास चल रहे है।
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