Bhopal:Tuesday, July 5, 2011:
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की इन दिनों खेती-बाड़ी के प्रति रूचि दिनों-दिन बढ़ रही है। उन्होंने संकल्प लिया है कि मध्यप्रदेश में वे खेती को लाभ का धंधा बना कर रहेंगे। अपने संकल्प को व्यावहारिक अमली जामा पहनाने के लिये वे खुद भी अपने खेतों पर ऐसे प्रयोग कर रहे हैं जिसका सीधा लाभ मिलने लगा है। श्री चौहान जब कभी समय मिलता है तो अपनी खेती की प्रगति देखने जाते हैं।
इन दिनों राष्ट्रीय स्तर पर डीएपी खाद की कमी की चर्चा है। हालांकि मध्यप्रदेश में बहुत पहले से किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध करवाने के लिये शासन स्तर पर किये गये प्रयासों, पहले से समितियों में करवाये गये पर्याप्त भण्डारण से उर्वरक की कमी होगी, ऐसी आशंका कम ही है पर मुख्यमंत्री इस मामले में भी सजग हैं।
श्री चौहान ने कृषि विशेषज्ञों से सलाह ली। पूछा डीएपी का विकल्प क्या हो सकता है? विशेषज्ञों ने बताया कि सोयाबीन की फसल में डीएपी की तुलना में सुपर-फॉस्फेट अधिक प्रभावी उर्वरक होता है।
मुख्यमंत्री ने तय किया है कि इस साल सोयाबीन के अपने खेतों में वे सुपर-फॉस्फेट ही डालेंगे। उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों से कहा है कि किसानों में सुपर-फॉस्फेट का प्रयोग बढ़ाने के लिये जन-जागृति लायें। उन्होंने खेती में अधिक पैदावार और अधिक लाभ देने वाली फसल लेने में किसानों को हर तरह का सहयोग देने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की इन दिनों खेती-बाड़ी के प्रति रूचि दिनों-दिन बढ़ रही है। उन्होंने संकल्प लिया है कि मध्यप्रदेश में वे खेती को लाभ का धंधा बना कर रहेंगे। अपने संकल्प को व्यावहारिक अमली जामा पहनाने के लिये वे खुद भी अपने खेतों पर ऐसे प्रयोग कर रहे हैं जिसका सीधा लाभ मिलने लगा है। श्री चौहान जब कभी समय मिलता है तो अपनी खेती की प्रगति देखने जाते हैं।
इन दिनों राष्ट्रीय स्तर पर डीएपी खाद की कमी की चर्चा है। हालांकि मध्यप्रदेश में बहुत पहले से किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध करवाने के लिये शासन स्तर पर किये गये प्रयासों, पहले से समितियों में करवाये गये पर्याप्त भण्डारण से उर्वरक की कमी होगी, ऐसी आशंका कम ही है पर मुख्यमंत्री इस मामले में भी सजग हैं।
श्री चौहान ने कृषि विशेषज्ञों से सलाह ली। पूछा डीएपी का विकल्प क्या हो सकता है? विशेषज्ञों ने बताया कि सोयाबीन की फसल में डीएपी की तुलना में सुपर-फॉस्फेट अधिक प्रभावी उर्वरक होता है।
मुख्यमंत्री ने तय किया है कि इस साल सोयाबीन के अपने खेतों में वे सुपर-फॉस्फेट ही डालेंगे। उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों से कहा है कि किसानों में सुपर-फॉस्फेट का प्रयोग बढ़ाने के लिये जन-जागृति लायें। उन्होंने खेती में अधिक पैदावार और अधिक लाभ देने वाली फसल लेने में किसानों को हर तरह का सहयोग देने के निर्देश दिये हैं।
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