मध्यप्रदेश में जेनेटिकली मोडीफाइड (जी.एम.) फसलों के परीक्षण हेतु कोई प्रयोग नहीं किया गया है। यह जानकारी केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री श्री जयराम रमेश ने प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया को लिखे एक पत्र में दी है।
उल्लेखनीय है कि विगत अप्रैल में डॉ. कुसमरिया ने जी.एम. फसल क्षेत्र परीक्षण का विरोध करते हुए श्री जयराम रमेश को पत्र लिखा था।श्री जयराम रमेश ने अपने पत्र में बताया कि मध्यप्रदेश में ऐसा कोई परीक्षण प्रक्षेत्र नहीं है। इसके लिये आवेदन करने वालों से कहा गया है कि वे इस तरह का क्षेत्र परीक्षण शुरू करने से पहले राज्य शासन से अनापत्ति प्रमाण-पत्र लेकर आयें।
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