लोगों की सुधरेगी सेहत
राज्य सरकार ने शहरी क्षेत्रों के खासकर निम्न और मध्यम आयवर्गीय परिवारों को गेहूँ की बजाए अब गुणवत्तापूर्ण आटा उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। इस योजना को 15 अगस्त से प्रदेश के सारे संभागों के शहरी क्षेत्रों में लागू करने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
एपीएल और बीपीएल कार्डधारी उपभोक्ताओं को मिल रहे तयशुदा गेहूँ के अलावा इस आटे का विक्रय किया जाएगा।लोगों की सुधरेगी सेहत
गेहूँ की बिनाई और पिसाई की रोजमर्रा की झंझट से मुक्ति दिलाने के साथ ही गुणवत्तापूर्ण आटा उपलब्ध कराये जाने का मकसद लोगों की अच्छी सेहत के लिये उन्हें पोष्टिक आटा उपलब्ध कराना भी है। इसीलिये आटे में जरूरी पोषक तत्वों का मिश्रण किया जाएगा। इसका दूसरा बड़ा फायदा यह होगा कि बाजार की अपेक्षा यह आटा सस्ता और वाजिब दाम पर मिलेगा। गुणवत्तापूर्ण आटे के सुविधाजनक 10-10 किलोग्राम के पैकेट तैयार कराये जायेंगे और इतनी ही मात्रा प्रति कार्ड पर उपलब्ध कराई जाएगी।
निगरानी
गुणवत्तापूर्ण आटा राज्य सरकार खुद तैयार करवा रही है इसलिये इसकी विश्वसनीयता भी वह सुनिश्चित करेगी। ऐसे आटे की पर्याप्त मात्रा सालभर मिलेगी क्योंकि सरकार के पास एपीएल कोटे का गेहूँ भरपूर उपलब्ध रहेगा। गेहूँ की पिसाई और इसमें पोषक तत्वों का मिश्रण विशेषज्ञों की देखरेख में करवाये जाने की व्यवस्था की जा रही है और इस समूची प्रक्रिया की उच्च स्तरीय सतत निगरानी भी होगी। इस आटे की उपलब्धता को लेकर मिलरों और अन्य एजेंसियों के चयन आदि की प्रक्रिया सरकार के निर्धारित मानदंडों के मुताबिक पूरी की जाएगी।
कहाँ मिलेगा आटा
सरकार ने तय किया है कि इस आटे को लेने में कहीं किसी को दिक्कत पेश न आये इसलिये इसका विक्रय शहरी क्षेत्रों की सभी उचित मूल्य दुकानों और सहकारी उपभोक्ता भण्डारों से किया जाएगा। खाद्य प्रमुख सचिव श्री अशोक दास के नेतृत्व में अन्य अफसरों की बड़ी टीम जिसने इस काम का शुरू से बीड़ा उठाया हुआ है इसे 15 अगस्त से अंजाम देने के लिए जूट चुकी है।
1 comments:
बाकि सरकारी योजनायों की तरह इसका हश्र भी देखेंगे - हमलोग
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