पीडीएस उपभोक्ताओं को 15 अगस्त से मिलेगा गुणवत्तापूर्ण आटा
एक महीने बाद प्रदेश के शहरी इलाके में गुणवत्तापूर्ण आटे की बिक्री शुरू किये जाने का रास्ता खुल चुका है। यह आटा फिलहाल लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के एपीएल और बीपीएल उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराया जा रहा है।
ठीक अगले चरण में बगैर कार्डधारियों को यह सहूलियत देने का विचार भी अब जोर पकड़ चुका है। इस सोच के कारगर होने से पीडीएस और अन्य सामान्य उपभोक्ताओं दोनों को यह लाभ मिल सकेगा कि वे इस आटे की जितनी मात्रा चाहें खरीद सकेंगे।राज्य सरकार शहरी क्षेत्र के पीडीएस उपभोक्ताओं को 15 अगस्त से गुणवत्तापूर्ण आटा उचित मूल्य दुकानों और सहकारी उपभोक्ता भण्डारों से बेचना शुरू कर देगी। मिलावट और दूषित खाद्यान्न की संभावनाएं पूरे देश में न सिर्फ तेजी से बढ़ी हैं बल्कि सबूत बनकर कई मामलों की शक्ल में ये सामने आ चुकी हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में आटे जैसी सबसे बुनियादी जरूरत को तरजीह देकर लोगों को इसके पौष्टिक गुणों के साथ उपलब्ध कराने का फैसला किया है।
अन्य उपभोक्ता की चिंता भी
खुले बाजार से बेचेंगे
फिलहाल की व्यवस्था लक्षित उपभोक्ता जो कि एपीएल और बीपीएल श्रेणी के हैं उन तक सीमित है। विचार यह भी चल रहा है कि अगले चरण में जल्द ही अन्य आम व्यक्ति भी इस सुविधा से जुड़ जाएँ। इसके लिए जो सोच उभर चुकी है वह यह है कि प्रदेश के बगैर कार्डधारी यानि सारे अन्य उपभोक्ताओं को बाजार में किराना दुकानों, अनाज दुकानों या ऐसे अन्य स्थानों से यही आटा उपलब्ध कराया जाएगा।
फर्क गुणवत्ता का नहीं, कीमत का रहेगा
फिर भी बाजार से कम रहेंगे दाम
अन्य उपभोक्ताओं को दिए जाने वाले इस आटे की गुणवत्ता पीडीएस के लिए उपलब्ध कराए जाने वाले आटे के समान ही रहेगी। इसमें फर्क सिर्फ यह रहेगा कि इसके दाम पीडीएस आटे से थोड़े ज्यादा लेकिन बाजार दरों से कम होकर वाजिब रहेंगे। एक और बड़ी सहूलियत पीडीएस समेत सभी उपभोक्ताओं को यह मिल जाएगी कि वे इस आटे की जितनी चाहें मात्रा खरीद सकेंगे।
ज्ञात रहे कि पीडीएस उपभोक्ताओं को प्रति राशन कार्ड यह आटा सिर्फ 10 किलोग्राम ही दिया जाएगा। ये उपभोक्ता भी अन्य सामान्य लोगों की तरह गुणवत्तापूर्ण आटे की अतिरिक्त मात्रा सामान्य तय दाम पर ही खरीद सकेंगे जो कि बाजार दर से कम रहेंगे।
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