खाद बीज की उपलब्धता की समीक्षा
किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे खरीफ सीजन के दौरान खाद बीज वितरण की मॉनीटरिंग इस तरह करें कि किसानों को खरीफ सीजन के दौरान समस्या का सामना न करना पड़े।
उन्होंने किसानों की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिये जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाये जाने के भी निर्देश दिये। श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह शुक्रवार को मंत्रालय में कृषि एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर प्रमुख सचिव कृषि श्री एम.एम. उपाध्याय भी उपस्थित थे। प्रदेश में खरीफ सीजन के दौरान इस वर्ष 108 लाख 25 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की बोनी का कार्यक्रम बनाया गया है।
खरीफ सीजन में 108.25 लाख हेक्टेयर में खरीफ की बोनी का कार्यक्रम
वर्तमान में रासायनिक खाद की उपलब्धता 9.55 लाख मेट्रिक टन पिछले वर्ष के मुकाबले 10 प्रतिशत अधिक
खरीफ सीजन के लिये 20 लाख क्विंटल बीज की उपलब्धता
खाद-बीज की समस्या के सम्बन्ध में टोल फ्री नम्बर 18002334433 पर जानकारी दी जा सकती है।
किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने जनप्रतिनिधियों एवं किसानों से आग्रह किया है कि उनके क्षेत्र में खाद एवं बीज की समस्या होने पर वे उन्हें उनके निवास के फोन नम्बर 0755-2441068 पर फोन लगाकर जानकारी दे सकते हैं।
खरीफ सीजन में 108.25 लाख हेक्टेयर में खरीफ की बोनी का कार्यक्रम
वर्तमान में रासायनिक खाद की उपलब्धता 9.55 लाख मेट्रिक टन पिछले वर्ष के मुकाबले 10 प्रतिशत अधिक
खरीफ सीजन के लिये 20 लाख क्विंटल बीज की उपलब्धता
खाद-बीज की समस्या के सम्बन्ध में टोल फ्री नम्बर 18002334433 पर जानकारी दी जा सकती है।
किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने जनप्रतिनिधियों एवं किसानों से आग्रह किया है कि उनके क्षेत्र में खाद एवं बीज की समस्या होने पर वे उन्हें उनके निवास के फोन नम्बर 0755-2441068 पर फोन लगाकर जानकारी दे सकते हैं।
इस संबंध में उन्होंने जनप्रतिनिधियों को पत्र भी लिखा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों मंत्रालय में हुई बैठक में कृषि राज्य मंत्री को खरीफ सीजन के दौरान खाद-बीज वितरण व्यवस्था की लगातार समीक्षा करने के निर्देश दिये हैं।
बैठक में संचालक कृषि श्री डी.एन. शर्मा ने बताया कि मौसम विशेषज्ञों ने हाल ही में घोषणा की है कि जून अंत तक मध्यप्रदेश में व्यापक रूप से मानसून बारिश होगी। बैठक में बताया गया कि अब तक जरूरत के मुताबिक रासायनिक खाद भण्डार कराया जा चुका है।
कृषि विभाग के प्रमुख सचिव श्री एम.एम. उपाध्याय ने बताया कि केन्द्रीय रसायन एवं रेलवे मंत्रालय से लगातार सम्पर्क कर रसायन उर्वरक के और रैक प्राप्त किये जाने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश में वर्तमान में रासायनिक खाद 9.74 लाख मेट्रिक टन उपलब्ध है जो पिछले वर्ष के मुकाबले लगभग 12 प्रतिशत से अधिक है।
प्रदेश में किसानों को 5.32 लाख मेट्रिक टन रसायनिक खाद का विक्रय किया जा चुका है। प्रदेश में खरीफ के दौरान डी.ए.पी. की 6 लाख मेट्रिक टन की आवश्यकता होगी इसके विरूद्ध लगभग 2.28 लाख मेट्रिक टन खाद प्राप्त हो चुका है। जून अंत तक 2 लाख 70 हजार मेट्रिक टन डी.ए.पी. और प्राप्त होगा। मार्केटिंग फेडरेशन द्वारा अब तक कुल आवश्यकता का 70 प्रतिशत डी.ए.पी. किसानों को वितरित किया जा चुका है।
प्रदेश में एन.पी.के. 84 हजार मेट्रिक टन प्राप्त हो चुका है और किसानों को वितरित किया गया है। सुपर फास्फेट 5 लाख मेट्रिक टन के विरूद्ध लगभग 3.59 लाख मेट्रिक टन प्राप्त हो चुका है। प्रदेश में यूरिया 2.56 लाख मेट्रिक टन प्राप्त हुआ है इसमें से किसानों को उनकी मांग के अनुसार एक लाख मेट्रिक टन का विक्रय किया जा चुका है।
बैठक में बताया गया कि खरीफ सीजन के दौरान किसानों को 13.61 लाख क्विंटल बीज वितरण किये जाने का कार्यक्रम बनाया गया है। प्रदेश में इस वक्त 20 लाख क्विंटल से अधिक बीज उपलब्ध है। खरीफ में प्रमुख रूप से सोयाबीन का लगभग 18 लाख क्विंटल बीज उपलब्ध है। सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को इसका वितरण किया जा रहा है।
बैठक में किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि किसान कल्याण विभाग द्वारा संचालित किसान कॉल सेंटर में टोल फ्री नम्बर पर भी जनप्रतिनिधि एवं किसान भाई अपने क्षेत्र की खाद बीज की दिक्कतों की जानकारी दे सकते हैं।
बैठक में बताया गया कि खरीफ सीजन के दौरान किसानों को 13.61 लाख क्विंटल बीज वितरण किये जाने का कार्यक्रम बनाया गया है। प्रदेश में इस वक्त 20 लाख क्विंटल से अधिक बीज उपलब्ध है। खरीफ में प्रमुख रूप से सोयाबीन का लगभग 18 लाख क्विंटल बीज उपलब्ध है। सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को इसका वितरण किया जा रहा है।
बैठक में किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि किसान कल्याण विभाग द्वारा संचालित किसान कॉल सेंटर में टोल फ्री नम्बर पर भी जनप्रतिनिधि एवं किसान भाई अपने क्षेत्र की खाद बीज की दिक्कतों की जानकारी दे सकते हैं।
भोपाल के टी.टी. नगर के गंगोत्री भवन में संचालित किसान कॉल सेंटर का टोल फ्री नम्बर 18002334433 है। यह कॉल सेंटर सातों दिन प्रात: 7 बजे से शाम 7 बजे तक किसानों के लिये उपलब्ध रहता है। इस कॉल सेंटर में फोन करने पर किसी तरह का शुल्क नहीं लगता है। इस कॉल सेंटर के जरिये किसानों को कृषि से जुड़ी समसामायिक सलाह भी दी जा रही है।
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