कृषि कार्य के लिये तीन प्रतिशत आसान दर पर ऋण उपलब्ध
किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने कहा है कि मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बचाये रखने एवं कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिये किसानों को जैविक खेती को अपनाना चाहिये। जैविक खेती भारतीय कृषि की प्राचीन परम्परा रही है।
डॉ. कुसमरिया पिछले दिनों सीहोर जिले के इछावर विकासखंड के ग्राम सेवनिया में आत्मा योजना के अंतर्गत आयोजित कृषि विज्ञान मेले को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा भी मौजूद थे।किसान कल्याण मंत्री डॉ. कुसमरिया ने कहा कि प्रदेश में खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिये राज्य सरकार ने अनेक निर्णय लिये हैं। किसानों को कृषि कार्य के लिये तीन प्रतिशत आसान दर पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने किसानों को जैविक खेती के अनेक उपाय बतायें। डॉ. कुसमरिया ने किसानों को उद्यानिकी, डेयरी आदि गतिविधियों से भी जुड़ने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों को अनुदान के साथ कृषि उपकरण उपलब्ध करा रही है। इन कृषि उपकरणों के जरिये कृषि उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है।
राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार की सात प्राथमिकताओं में कृषि को लाभ का व्यवसाय बनाया जाना भी एक प्राथमिकता है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे जागरूक होकर कृषि की आधुनिक तकनीकों का लाभ उठायें।
इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य श्री हुकुम सिंह वर्मा, इछावर जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष श्री बाबूलाल वर्मा एवं बड़ी संख्या में कृषकगण मौजूद थे।
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