मध्यप्रदेश दलहन उत्पादन में दूसरा स्थान पर
ग्वालियर-चम्बल संभाग में इस वर्ष 11 लाख 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की फसल लिये जाने का कार्यक्रम बनाया गया है। आगामी खरीफ फसल के लिये की जा रही तैयारियों की पिछले दिनों ग्वालियर में कृषि उत्पादन आयुक्त श्री एम.के. राय ने ग्वालियर एवं चम्बल संभाग के अधिकारियों की एक बैठक में समीक्षा की। बैठक में कृषि अधिकारियों को संभाग में दलहन फसलों को बढ़ावा देने के निर्देश दिये गये।
कृषि उत्पादन आयुक्त श्री राय ने कहा कि मध्यप्रदेश दलहन उत्पादन में दूसरा स्थान रखता है। दलहन उत्पादन के क्षेत्र को प्रदेश में और बढ़ाया जा सकता है। प्रदेश के सभी जिलों को नेशनल फूड सिक्यूरिटी स्कीम में शामिल कर लिया गया है।उन्होंने किसानों को बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाये जाने पर भी बल दिया। कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि प्रमाणिक बीज से फसल की पैदावार को 25 प्रतिशत तक और बढ़ाया जा सकता है। बैठक में बताया गया कि शिवपुरी जिला प्रदेश में सर्वाधिक मूंगफली पैदा करने वाला जिला है। कृषि उत्पादन आयुक्त ने शिवपुरी कलेक्टर को निर्देश दिये कि वे मूंगफली के उन्नत बीज के लिये कृषि अधिकारी को गुजरात के जूनागढ़ भेजे।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने संभाग के प्रत्येक गाँव में कम से कम 10 मिट्टी के नमूनों की जाँच किये जाने के लिये कहा।
संभाग में कृषि से जुड़ी गतिविधियों को प्रोत्साहन दिया जाये
कृषि उत्पादन आयुक्त ने पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि कृषि को लाभकारी बनाने के लिये कृषि से जुड़ी अन्य गतिविधियों को भी प्रोत्साहन दिये जाने की जरूरत है।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने संभाग के प्रत्येक गाँव में कम से कम 10 मिट्टी के नमूनों की जाँच किये जाने के लिये कहा।
संभाग में कृषि से जुड़ी गतिविधियों को प्रोत्साहन दिया जाये
कृषि उत्पादन आयुक्त ने पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि कृषि को लाभकारी बनाने के लिये कृषि से जुड़ी अन्य गतिविधियों को भी प्रोत्साहन दिये जाने की जरूरत है।
उन्होंने अधिकारियों से पशुपालन, मछलीपालन, उद्यानिकी, पोल्ट्री एवं डेयरी के विकास के लिये एक निश्चित कार्ययोजना बनाकर उस पर कार्य किये जाने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि इन विभागों में बेहतर समन्वय से ही ग्रामीणों को परिणाममूलक लाभ पहुँचाया जा सकता है। बैठक में बताया गया कि ग्वालियर एवं चम्बल संभाग में 1523 मेट्रिक टन दूध का वार्षिक उत्पादन होता है।
बैठक में दोनों संभागों के जिलों में नये मिल्क रूट बनाये जाने की आवश्यकता बताई गई। बैठक में मछुआरों को उपलब्ध कराये गये क्रेडिट कार्ड की स्थिति की भी समीक्षा की गई। बैठक में मुरैना कलेक्टर श्री एम.के. अग्रवाल ने बताया कि जिले के इस्लामपुरा मोहल्ले में 90 प्रतिशत अनुदान पर आधुनिक मछली बाजार स्थापित किया जा रहा है।
बैठक में उद्यानिकी विभाग के माध्यम से संचालित की जा रही बाड़ी योजना को और अधिक विस्तार किये जाने पर बल दिया गया। बैठक में ग्वालियर-चम्बल संभाग के कमिश्नर, जिला कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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