कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा आगामी खरीफ की तैयारियों की समीक्षा
रीवा एवं शहडोल संभाग में दलहनी फसलों की पैदावार बढाई जायेगी। इसके लिये किसानों को उन्नत किस्म का बीज और अन्य कृषि आदान समय पर उपलब्ध कराया जायेगा। कृषि उत्पादन आयुक्त श्री एम.के. राय ने मंगलवार को रीवा में शहडोल और रीवा संभाग में आगामी खरीफ सीजन के लिये की जा रही तैयारियों की एक बैठक में समीक्षा की।
कृषि उत्पादन आयुक्त श्री राय ने कहा कि जल संरक्षण के लिये तालाब एवं अन्य संरचनाएं निर्धारित मापदण्ड के अनुसार ही तैयार की जाये। किसानों को अनुदान की राशि समय पर मिले कृषि अधिकारी यह सुनिश्चित करें। उन्होंने संभाग में पिछले पांच वर्षों में बनाये गये लघु तालाबों के भौतिक सत्यापन किये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। कृषि उत्पादन आयुक्त ने खरीफ सीजन के लिये खाद बीज एवं अन्य सामग्री का भंडारण 31 मार्च तक हर हाल में किये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये।बैठक में अधिकारियों से कहा गया कि वे किसानों को बीज बदलने के लिये प्रोत्साहित करें। खरीफ सीजन की शुरूआत के पहले प्रत्येक विकासखंड में कृषि मेला आयोजित किया जाये। इस कृषि मेले में किसानों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जाये। रीवा कमिश्नर डॉ रवीन्द्र पस्तोर ने संभाग में खेती को लाभकारी बनाने के लिये किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
शहडोल कमिश्नर श्री एच.एल. त्रिवेदी ने संभाग में किसान क्रेडिट कार्ड के वितरण एवं प्रत्येक गांव में किसान पाठशाला प्रारंभ किये जाने के लिये चलाये जा रहे अभियान के बारे में जानकारी दी। बैठक में बताया गया कि किसानों द्वारा 31 मई 10 के पहले खाद के अग्रिम उठाव पर ब्याज एक जून से ही लगेगा।
डेयरी, मत्स्य पालन व बकरी पालन गतिविधियों को बढ़ावा दें
कृषि उत्पादन आयुक्त श्री एम.के. राय ने संभागीय अधिकारियों की बैठक में कहा कि कृषि को लाभकारी बनाने के लिये उससे जुड़े डेयरी, मत्स्य व बकरी पालन जैसे व्यवसाय को प्रोत्साहित किये जाने की जरूरत है। इसके लिये अधिक से अधिक प्रकरण तैयार किये जाये।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि रीवा शहडोल संभाग में दुग्ध उत्पादन बढ़ाये जाने की काफी संभावना है। इसके लिये नये-नये मिल्क रूट तैयार किये जाये। बैठक में संभाग में मत्स्य पालन की गतिविधियों को बढ़ाने के लिये किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी गई। बैठक में बताया गया कि राज्य शासन ने मछुआरों के कल्याण के लिये अनेक योजनाएं संचालित की हैं। इनकी जानकारी मछुआरों तक पहुंचाये जाने की आवश्यकता है। कृषि उत्पादन आयुक्त ने संभाग में मछुआरों को क्रेडिट कार्ड वितरित किये जाने वाले कार्य की जानकारी प्राप्त की। बैठक में पशुपालन के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों के बारे में भी जानकारी दी गई। संभाग के उन क्षेत्रों को भी चिन्हित किया गया जहां पर खाद प्रसंस्करण उद्योग लगाये जा सकते हैं।
बैठक में दोनों संभागों के जिला कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।
डेयरी, मत्स्य पालन व बकरी पालन गतिविधियों को बढ़ावा दें
कृषि उत्पादन आयुक्त श्री एम.के. राय ने संभागीय अधिकारियों की बैठक में कहा कि कृषि को लाभकारी बनाने के लिये उससे जुड़े डेयरी, मत्स्य व बकरी पालन जैसे व्यवसाय को प्रोत्साहित किये जाने की जरूरत है। इसके लिये अधिक से अधिक प्रकरण तैयार किये जाये।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि रीवा शहडोल संभाग में दुग्ध उत्पादन बढ़ाये जाने की काफी संभावना है। इसके लिये नये-नये मिल्क रूट तैयार किये जाये। बैठक में संभाग में मत्स्य पालन की गतिविधियों को बढ़ाने के लिये किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी गई। बैठक में बताया गया कि राज्य शासन ने मछुआरों के कल्याण के लिये अनेक योजनाएं संचालित की हैं। इनकी जानकारी मछुआरों तक पहुंचाये जाने की आवश्यकता है। कृषि उत्पादन आयुक्त ने संभाग में मछुआरों को क्रेडिट कार्ड वितरित किये जाने वाले कार्य की जानकारी प्राप्त की। बैठक में पशुपालन के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों के बारे में भी जानकारी दी गई। संभाग के उन क्षेत्रों को भी चिन्हित किया गया जहां पर खाद प्रसंस्करण उद्योग लगाये जा सकते हैं।
बैठक में दोनों संभागों के जिला कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।
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