फिल्म अभिनेता रज़ा मुराद की कृषि विकास मंत्री से सौजन्य मुलाकात
किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने कहा है कि मध्यप्रदेश में हजारों वर्ष पुरानी पारंपरिक खेती को संरक्षित किये जाने के लिये हर-संभव प्रयास किये जायेंगे। इसी बात को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश में शीघ्र ही जैविक नीति की घोषणा की जाने वाली है। उक्त विचार कृषि विकास मंत्री डॉ. कुसमरिया ने आज भोपाल में उनसे मिलने पहुंचे फिल्म अभिनेता रज़ा मुराद से बातचीत के दौरान व्यक्त किये।प्रदेश में 16 हजार हेक्टेयर में बैंगन की 250 से अधिक किस्मों की खेती
गौ आधारित कृषि व्यवस्था को मध्यप्रदेश में अधिक से अधिक प्रोत्साहन
फिल्म अभिनेता रज़ा मुराद ने जैविक खेती के अभियान में अपनी ओर से मदद दिये जाने की बात कही
किसान कल्याण मंत्री डॉ. कुसमरिया ने कहा कि मध्यप्रदेश आधुनिक कृषि का विरोधी नहीं है। लेकिन पश्चिमी कृषि की ऐसी विधि को एकदम तत्काल नहीं अपनाया जायेगा जो हजारों वर्ष पुरानी भारतीय कृषि पद्धति के लिये घातक हो। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में खेती में रसायन उर्वरक के अधाधुंध उपयोग से कृषि भूमि की उर्वरा शक्ति काफी हद तक घटी है। इसके साथ ही इनका उपयोग पर्यावरण को बिगाड़ने में काफी हद तक जिम्मेदार है।
गौ आधारित कृषि व्यवस्था को मध्यप्रदेश में अधिक से अधिक प्रोत्साहन
फिल्म अभिनेता रज़ा मुराद ने जैविक खेती के अभियान में अपनी ओर से मदद दिये जाने की बात कही
किसान कल्याण मंत्री डॉ. कुसमरिया ने कहा कि मध्यप्रदेश आधुनिक कृषि का विरोधी नहीं है। लेकिन पश्चिमी कृषि की ऐसी विधि को एकदम तत्काल नहीं अपनाया जायेगा जो हजारों वर्ष पुरानी भारतीय कृषि पद्धति के लिये घातक हो। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में खेती में रसायन उर्वरक के अधाधुंध उपयोग से कृषि भूमि की उर्वरा शक्ति काफी हद तक घटी है। इसके साथ ही इनका उपयोग पर्यावरण को बिगाड़ने में काफी हद तक जिम्मेदार है।
कृषि विकास मंत्री ने कहा कि गाय भारतीय कृषि अर्थव्यवस्था की धुरी रही है। इस बात को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश में गौ-पालन केन्द्रित कृषि व्यवस्था को अधिक से अधिक प्रोत्साहित किया जायेगा। बी.टी. बैंगन की चर्चा करते हुए कृषि विकास मंत्री डॉ. कुसमरिया ने कहा कि इस पर किये गये शोध पर्याप्त नहीं हैं।
जल्दबाजी में बीटी बैंगन का अनुमति नहीं दी जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 16 हजार हेक्टेयर में बैंगन की खेती होती है। प्रदेश में 250 से अधिक बैंगन की किस्में हैं। इनको संरक्षित करने के लिये मध्यप्रदेश में बीटी बैंगन को अनुमति नहीं दी जायेगी।
फिल्म अभिनेता रज़ा मुराद ने कहा कि प्रदेश में जैविक खेती को प्रोत्साहित किये जाने वाले कार्य प्रशंसनीय हैं। आज दुनियाभर में जैविक कृषि उत्पादों की मांग बढ़ी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जैविक खेती को प्रोत्साहित किये जाने वाले प्रयासों में वे अपनी ओर से हर-संभव मदद करेंगे।
फिल्म अभिनेता रज़ा मुराद ने कहा कि प्रदेश में जैविक खेती को प्रोत्साहित किये जाने वाले कार्य प्रशंसनीय हैं। आज दुनियाभर में जैविक कृषि उत्पादों की मांग बढ़ी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जैविक खेती को प्रोत्साहित किये जाने वाले प्रयासों में वे अपनी ओर से हर-संभव मदद करेंगे।
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