प्रदेश में गेहूँ का बीज 7 लाख 29 हजार क्विंटल उपलब्ध
प्रदेश में पिछले तीन वर्षों में प्रमाणित बीजों की मात्रा में लगातार वृद्धि करते हुये किसानों को प्रमाणित बीज उपलब्ध कराया जा रहा है। वर्ष 2007-08 में 11 लाख 57 हजार क्विंटल, वर्ष 2008-09 में 14 लाख 68 हजार क्विंटल प्रमाणित बीज किसानों को वितरित किया गया। इस वर्ष 2009-10 में 19 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज भंडारण करके किसानों को उनकी मांग के अनुसार उपलब्ध कराया जा रहा है।
प्रदेश में इस वर्ष रबी सीजन में 8.81 लाख क्विंटल बीज उपलब्ध है जो पिछले वर्ष के वितरण से 3 लाख क्विंटल अधिक है। प्रदेश में गेहूँ का बीज 7 लाख 29 हजार क्विंटल उपलब्ध है जो पिछले रबी सीजन में वितरित की गयी मात्रा से 2 लाख 77 हजार क्विंटल अधिक है। इसी तरह रबी सीजन में चना के एक लाख 21 हजार क्विंटल तथा सरसो के 10 हजार क्विंटल बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुये किसानों को वितरण की व्यापक व्यवस्था की गयी है।
रबी 2009-10 में प्रमाणित बीजों के विक्रय दर में अभी तक के इतिहास में सबसे कम रखी जाकर किसानों को अनुदान का अधिकतम लाभ दिया जा रहा है। गेहूँ में 700 रूपए प्रति क्विंटल, चना में 1325 रूपये प्रति क्विंटल तथा सरसो में 1535 रूपये प्रति क्विंटल अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है।
रबी 2009-10 में प्रमाणित बीजों के विक्रय दर में अभी तक के इतिहास में सबसे कम रखी जाकर किसानों को अनुदान का अधिकतम लाभ दिया जा रहा है। गेहूँ में 700 रूपए प्रति क्विंटल, चना में 1325 रूपये प्रति क्विंटल तथा सरसो में 1535 रूपये प्रति क्विंटल अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है।
गेहूँ बोनी किस्म के प्रमाणित बीज की दर 1300 रूपये, चना 1400 रूपये एवं सरसो 1615 रूपये प्रति क्विंटल अनुदान घटाकर किसानों के लिये विक्रय की दर निर्धारित की गयी है। प्रदेश में किसानों को सेवा सहकारी समिति के माध्यम से 90 प्रतिशत बीज उपलब्ध कराया जा रहा है।
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