हाल ही में जिले में अतिवृष्टि व बाढ़ के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी व सहकारिता मंत्री तथा नरसिंहपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने शुक्रवार को गाडरवारा अंचल के सांईखेड़ा के समीपी करीब एक दर्जन से अधिक गांवों का सघन भ्रमण किया।
उन्होंने अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों से रूबरू चर्चा की, उनका हाल जाना और आवेदन लिये। इस मौके पर श्री बिसेन ने जिला प्रशासन को निर्देशित किया कि अतिवृष्टि व बाढ़ से फसलों, रहवासी मकानों व अन्य प्रकार के नुकसान का आंकलन नियमानुसार तत्परता से किया जावे और यह सुनिश्चित हो कि इस सर्वे से कोई भी प्रभावित व्यक्ति नहीं छूटे। क्षति का आकलन वास्तविक तथ्यों के आधार पर किया जावे और किसी भी प्रभावित के साथ नाइन्साफी नहीं हो।
प्रभारी मंत्री ने भ्रमण के दौरान कहा कि क्षति के आंकलन में उदारता बरती जावे और राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के प्रावधानों के तहत प्रभावितों को उनके नुकसान की भरपाई के लिए नियमानुसार अधिकतम मुआवजा दिया जावे। अतिवृष्टि से हुई क्षति के आकलन में कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने तत्संबंध में मिलने वाली शिकायतों का निराकरण तत्परता से करने के निर्देश जिला कलेक्टर को दिये।
श्री बिसेन ने कौंड़िया, गाडरवारा, कामती, देवरी, सांईखेड़ा, पीपरपानी-सोनादहार, बंधा, तूमड़ा, संसारखेड़ा-झिकोली, मेहरा गांव, मुआंर, सिरसिरी, टेकापार, पिपरिया कलां, मड़गुला, बम्हौरीकला, बेलखेड़ी आदि ग्रामों का भ्रमण किया और अतिवृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने करेली बस्ती समेत अन्य गांवों में भी लोगों की समस्याओं की जानकारी ली।
भ्रमण के दौरान श्री बिसेन ने पीपरपानी में हाईस्कूल शुरू करने और टेकापार में नलजल योजना स्वीकृत करने की घोषणा की। उन्होंने तूमड़ा में हायर सेकेण्ड्री स्कूल शुरू करने के प्रस्ताव को शासन स्तर से स्वीकृति दिलाने के लिए आश्वस्त किया। श्री बिसेन ने करपगांव के एक मरीज श्री रमेश चौकसे के इलाज के लिए 5 हजार रूपये की नगद राशि गाडरवारा में प्रदान की। उन्होंने निराश्रित पेंशन भुगतान में विलम्ब की जानकारी पर तूमड़ा में बताया कि पेंशन की राशि जनपद पंचायत में आ चुकी है और बढ़ी हुई दर पर पेंशन का भुगतान शीघ्र किया जायेगा।
श्री बिसेन ने कहा कि जिले के सर्वांगीण विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी, तेन्दूखेड़ा क्षेत्र के सभी ऐसे गांव जो सड़कों से नहीं जुड़े हैं और जो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में भी शामिल नहीं हैं, उन गांवों में डब्ल्यु. बी.एम. सड़कें बनाई जायेंगी। ऐसे गांवों को चिन्हित कर आवश्यक प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये गये हैं।
उन्होंने कहा कि विकास की दिशा में कोई भेदभाव नहीं किया जायेगा और चहुँमुखी विकास के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये जायेंगे ताकि मध्यप्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप स्वर्णिम मध्यप्रदेश का मार्ग प्रशस्त हो सके। उन्होंने सर्वांगीण विकास में सहयोग के लिए आम जनता से आव्हान किया। श्री बिसेन ने सभी वर्गों के कल्याण के लिए चलाई जा रहीं मध्यप्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री बिसेन ने बताया कि जमीन में काफी गहराई से पानी निकालने के उद्देश्य से इस साल 20 मशीनें खरीदी जायेंगी, इसके पहले प्रदेश में केवल 12 मशीनें ही थी। तूमड़ा के समीप एन.टी.पी.सी. के थर्मल पावर प्रोजेक्ट की स्थापना के बारे में कहा कि आस-पास के गांवों के लोगों की शंकाओं का समाधान किया जायेगा। इस मौके पर विधायक श्री भैयाराम पटैल व पूर्व विधायक श्री गोविंद सिंह पटैल ने भी सम्बोधित कर स्थानीय जरूरतों की ओर ध्यान आकृष्ट किया।
उन्होंने अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों से रूबरू चर्चा की, उनका हाल जाना और आवेदन लिये। इस मौके पर श्री बिसेन ने जिला प्रशासन को निर्देशित किया कि अतिवृष्टि व बाढ़ से फसलों, रहवासी मकानों व अन्य प्रकार के नुकसान का आंकलन नियमानुसार तत्परता से किया जावे और यह सुनिश्चित हो कि इस सर्वे से कोई भी प्रभावित व्यक्ति नहीं छूटे। क्षति का आकलन वास्तविक तथ्यों के आधार पर किया जावे और किसी भी प्रभावित के साथ नाइन्साफी नहीं हो।
प्रभारी मंत्री ने भ्रमण के दौरान कहा कि क्षति के आंकलन में उदारता बरती जावे और राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के प्रावधानों के तहत प्रभावितों को उनके नुकसान की भरपाई के लिए नियमानुसार अधिकतम मुआवजा दिया जावे। अतिवृष्टि से हुई क्षति के आकलन में कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने तत्संबंध में मिलने वाली शिकायतों का निराकरण तत्परता से करने के निर्देश जिला कलेक्टर को दिये।
श्री बिसेन ने कौंड़िया, गाडरवारा, कामती, देवरी, सांईखेड़ा, पीपरपानी-सोनादहार, बंधा, तूमड़ा, संसारखेड़ा-झिकोली, मेहरा गांव, मुआंर, सिरसिरी, टेकापार, पिपरिया कलां, मड़गुला, बम्हौरीकला, बेलखेड़ी आदि ग्रामों का भ्रमण किया और अतिवृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने करेली बस्ती समेत अन्य गांवों में भी लोगों की समस्याओं की जानकारी ली।
भ्रमण के दौरान श्री बिसेन ने पीपरपानी में हाईस्कूल शुरू करने और टेकापार में नलजल योजना स्वीकृत करने की घोषणा की। उन्होंने तूमड़ा में हायर सेकेण्ड्री स्कूल शुरू करने के प्रस्ताव को शासन स्तर से स्वीकृति दिलाने के लिए आश्वस्त किया। श्री बिसेन ने करपगांव के एक मरीज श्री रमेश चौकसे के इलाज के लिए 5 हजार रूपये की नगद राशि गाडरवारा में प्रदान की। उन्होंने निराश्रित पेंशन भुगतान में विलम्ब की जानकारी पर तूमड़ा में बताया कि पेंशन की राशि जनपद पंचायत में आ चुकी है और बढ़ी हुई दर पर पेंशन का भुगतान शीघ्र किया जायेगा।
श्री बिसेन ने कहा कि जिले के सर्वांगीण विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी, तेन्दूखेड़ा क्षेत्र के सभी ऐसे गांव जो सड़कों से नहीं जुड़े हैं और जो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में भी शामिल नहीं हैं, उन गांवों में डब्ल्यु. बी.एम. सड़कें बनाई जायेंगी। ऐसे गांवों को चिन्हित कर आवश्यक प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये गये हैं।
उन्होंने कहा कि विकास की दिशा में कोई भेदभाव नहीं किया जायेगा और चहुँमुखी विकास के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये जायेंगे ताकि मध्यप्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप स्वर्णिम मध्यप्रदेश का मार्ग प्रशस्त हो सके। उन्होंने सर्वांगीण विकास में सहयोग के लिए आम जनता से आव्हान किया। श्री बिसेन ने सभी वर्गों के कल्याण के लिए चलाई जा रहीं मध्यप्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री बिसेन ने बताया कि जमीन में काफी गहराई से पानी निकालने के उद्देश्य से इस साल 20 मशीनें खरीदी जायेंगी, इसके पहले प्रदेश में केवल 12 मशीनें ही थी। तूमड़ा के समीप एन.टी.पी.सी. के थर्मल पावर प्रोजेक्ट की स्थापना के बारे में कहा कि आस-पास के गांवों के लोगों की शंकाओं का समाधान किया जायेगा। इस मौके पर विधायक श्री भैयाराम पटैल व पूर्व विधायक श्री गोविंद सिंह पटैल ने भी सम्बोधित कर स्थानीय जरूरतों की ओर ध्यान आकृष्ट किया।
0 comments:
Post a Comment