जबलपुर
और नरसिंहपुर जिले में एक लाख 57 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई क्षमता
के लिये निर्मित रानी अवंतीबाई लोधी सागर परियोजना से आगामी रबी सीजन में
75 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचित किया जायेगा। नर्मदा घाटी विकास
प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री श्री के.एल.
अग्रवाल ने आज यहाँ रबी सिंचाई लक्ष्य को केन्द्रित करते हुए परियोजना से
संबंधित इंजीनियरों को निर्देशित किया कि निर्धारित सिंचाई लक्ष्य को
प्राप्त करने के लिये जो भी कार्य शेष हो उन्हें इस तरह पूरा किया जाये
ताकि किसानों को रबी सीजन में सिंचाई का निर्धारित लाभ मिल सके।
श्री
अग्रवाल ने निर्धारित लक्ष्य से संबंधित नहरों के शेष कार्यों की समीक्षा
में कहा कि निर्माण एजेन्सी की लापरवाही की अनदेखी करने पर संबंधित
इंजीनियर के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। राज्य मंत्री ने कहा कि आगामी
रबी में जबलपुर जिले में बरगी, पाटन, पनागर और जबलपुर क्षेत्र में 30 हजार
हेक्टेयर और नरसिंहपुर जिले के गोटेगाँव तथा नरसिंहपुर क्षेत्र में 45
हजार हेक्टेयर, इस प्रकार कुल 75 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई जल
पहुँचाने का लक्ष्य है। उन्होंने इसके लिये संबंधित क्षेत्र में मुनादी
करवाने, किसानों से सिंचाई अनुबंध करने और प्रत्येक अनुबंधित किसान को
सिंचाई पुस्तिका देने के निर्देश दिये।
उल्लेखनीय
है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विगत 13 मई को
परियोजना की नहरों का निरीक्षण कर नहरों के सुधार कार्य के लिये 166 करोड़
स्वीकृत करने की घोषणा की थी। आज की समीक्षा बैठक में राज्य मंत्री श्री
अग्रवाल ने इस संदर्भ में नहरों की मरम्मत और सुधार कार्यों की भी समीक्षा
की और इन कार्यों से संबंधित शेष सभी टेण्डर एक पखवाड़े में जारी करने को
कहा। श्री अग्रवाल ने कहा कि वे इसके बाद कार्यों का सघन स्थल निरीक्षण
करेंगे। समीक्षा में सिंचाई अमीनों की आवश्यकता और पूर्ति करने की दिशा में
भी आवश्यक पहल करने के निर्देश मुख्य अभियन्ता को दिये। समीक्षा में
प्राधिकरण के सदस्य अभियांत्रिकी श्री जे.आर. इंगले, सदस्य वन एवं पर्यावरण
श्री नरेन्द्र कुमार, रानी अवंतीबाई लोधी सागर परियोजना के मुख्य अभियन्ता
श्री आर.पी. मालवीय, सभी अधीक्षण यंत्री और कार्यपालन यंत्री उपस्थित थे।
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