एक दिवसीय प्रशिक्षण में अपर मुख्य सचिव श्रीमती अरुणा शर्मा
पंचायत
एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार
गारंटी योजना में संचालित निर्माण कार्यों के संबंध में नव-चयनित प्रत्येक
संविदा उप-यंत्री को 10 ग्राम-पंचायत के विकास कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी
जा रही है। आज बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के ज्ञान-विज्ञान सभागार में एक
दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में अपर मुख्य सचिव श्रीमती अरुणा शर्मा ने
उप-यंत्रियों को विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि वे सफलता के
लिये हमेशा गुणात्मकता पर ध्यान दें। कार्यशाला में चयनित सभी 969 संविदा
उप-यंत्रियों को ग्रामीण निर्माण कार्यों के बारे में विस्तार से तकनीकी
मार्गदर्शन दिया गया।
इससे
पहले आयुक्त मनरेगा श्री नीरज मण्डलोई ने कार्यशाला के प्रतिभागी
उप-यंत्रियों को उनके दायित्वों की जानकारी दी। कार्यशाला में आयुक्त
पंचायत श्री विश्वमोहन उपाध्याय ने बताया कि महात्मा गाँधी राष्ट्रीय
ग्रामीण रोजगार गारंटी और पंच-परमेश्वर योजना सहित अनेक महत्वाकांक्षी
योजनाओं का क्रियान्वयन ग्रामीण अँचलों में किया जा रहा है। उप-यंत्रियों
की कमी दूर हो जाने से अब ग्रामीण क्षेत्रों में जहाँ अधूरे निर्माण शीघ्र
पूरे हो सकेंगे, वहीं नये कार्य निर्धारित समयावधि में पूरे हो जायेंगे। इस
अवसर पर मनरेगा तथा प्रमुख उप-योजनाओं, कन्वर्जेंस, मूल्यांकन प्रक्रिया
तथा वित्तीय अनुशासन जैसे विषयों पर मार्गदर्शन दिया गया। अंत में संयुक्त
आयुक्त श्री शैलेन्द्र खरे ने आभार प्रदर्शित किया।
उल्लेखनीय
है कि तकनीकी अमले और इंजीनियरों की कमी की वजह से ग्रामीण विकास कार्यों
के क्रियान्वयन में दिक्कतें बनी रहती थीं। निर्माण कार्यों के एस्टीमेट,
ड्राइंग और डिजाइनिंग की उपलब्धता समय पर नहीं होने से विकास कार्यों की
शुरूआत में देरी होती थी। अब नव-चयनित संविदा उप-यंत्रियों की उपलब्धता से
यह सभी काम निर्धारित समय में हो सकेंगे।
एक
दिवसीय इस कार्यशाला में प्रतिभागी उप-यंत्रियों को वरिष्ठ अधिकारियों
द्वारा विभिन्न तकनीकी विषयों पर मार्गदर्शन दिया गया। कार्यशाला में शामिल
उप-यंत्रियों के पंजीयन तथा प्रशिक्षण सामग्री वितरण के लिये 10 विशेष
काउंटर स्थापित किये गये थे।
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