सफलता की कहानी
भिण्ड जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूरी पर बसा है, ग्राम नुन्हाटा इस गांव में मुख्य व्यवसाय के रूप में खेती ही होती है। यहां के अधिकतर किसान साक्षर हैं। इसी गांव के 55 वर्षीय कृषक बहादुर सिंह है जो हाई स्कूल तक पढ़े हैं। इनके पास 15 बीघा भूमि है। इस भूमि पर उनके दो भाई और आश्रित है। समय बीतने के साथ परिवार बढ़ता गया और उनके परिवार की आवश्यकतायें भी बढ़ती गईं।
कृषक बहादुर सिंह और उनके भाई पिछले लम्बे समय से नहर के पानी से सिंचाई करके कृषि उत्पादन कर पाते थे। नहर में अक्सर पानी की दिक्कतें आती थीं। पानी की वजह से वे अपनी कृषि भूमि में उत्पादन नहीं बढ़ा पा रहे थे। कई बार तो उन्हें अपने कृषि कार्य के लिये कर्ज लेने की भी नौबत आ जाती थी।शिक्षित बहादुर सिंह ने अपनी दिक्कतों की चर्चा नजदीक के कृषि विकास अधिकारी से की। कृषि विकास अधिकारी ने उन्हें किसान कल्याण विभाग की ट्यूबवेल योजना के बारे में जानकारी दी। बहादुर सिंह ने हिम्मत करके योजना से संबंधित अपने कागज तैयार करके जिला कृषि कार्यालय ते भिजवायें। कृषि विभाग ने भी परीक्षण करने के बाद प्रकरण को मंजूरी दी और उन्हें ट्यूबवेल योजना के तहत 24 हजार रूपये का अनुदान भी उपलब्ध कराया। आज उनके खेत में लगा ट्यूबवेल 12 महीनें सिंचाई के लिये पानी दे रहा है। अब वे और उनके भाई रबी एवं खरीफ सीजन में फसल ले रहे हैं। उन्होंने अपने खेत में पशुपालन के लिये चार दुधारू पशु भी खरीदें हैं।
बहादुर सिंह से ग्राम के अन्य किसानों ने भी प्रेरणा ली है और गांव के किसान ट्यूबवेल योजना का लाभ लेने के लिये किसान कल्याण विभाग से पहल कर रहे हैं।
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