गेहूँ की बोनी 32 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में पूरी
प्रदेश में इस वर्ष रबी सीजन में किसानों द्वारा 83.65 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी किये जाने की सूचना है। इस वर्ष प्रदेश में रबी सीजन में 92 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी किये जाने का कार्यक्रम तय किया गया था। प्रदेश में इस वर्ष अब तक किसानों द्वारा 32.04 हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूँ की बोनी की जा चुकी है।प्रदेश में रबी सीजन में 83.65 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी का कार्य पूरा
32 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूँ की बोनी का कार्य पूरा
किसानों को 8.53 लाख मेट्रिक टन रसायन उर्वरक का वितरण
रबी सीजन में किसानों द्वारा चना 30.35 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में, मसूर 6.33 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में, सरसो 8.85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोया जा चुका है। प्रदेश में सर्वाधिक बोनी लक्ष्य से अधिक उज्जैन संभाग 106.6 प्रतिशत, सागर में 105 प्रतिशत की जा चुकी है।
32 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूँ की बोनी का कार्य पूरा
किसानों को 8.53 लाख मेट्रिक टन रसायन उर्वरक का वितरण
रबी सीजन में किसानों द्वारा चना 30.35 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में, मसूर 6.33 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में, सरसो 8.85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोया जा चुका है। प्रदेश में सर्वाधिक बोनी लक्ष्य से अधिक उज्जैन संभाग 106.6 प्रतिशत, सागर में 105 प्रतिशत की जा चुकी है।
रीवा संभाग में 96 प्रतिशत, शहडोल में 95 प्रतिशत, चम्बल में 90 प्रतिशत, ग्वालियर में 89 प्रतिशत, भोपाल में 89 प्रतिशत, इन्दौर में 85 प्रतिशत, नर्मदापुरम में 77 प्रतिशत एवं जबलपुर संभाग में लगभग 75 प्रतिशत बोनी का कार्य लक्ष्य की तुलना में किया जा चुका है। प्रदेश में किसानों द्वारा मुख्य रूप से गेहूँ की बोनी का कार्य ही तेज गति से किया जा रहा है।
राज्य में किसानों को उनकी मांग के अनुसार अब तक 8.53 लाख मेट्रिक टन रसायन उर्वरक का वितरण किया जा चुका है। इसमें यूरिया 3.97 लाख, डीएपी 2.75 लाख, काम्पलेक्स 54 हजार, सुपरफास्फेट एक लाख एक हजार मेट्रिक टन एवं पोटाश 21 हजार मेट्रिक टन है। प्रदेश में यूरिया की आपूर्ति नियमित रूप से हो सके इसके लिये कृषि विभाग के अधिकारी केन्द्रिय रसायन मंत्रालय के अधिकारियों से लगातार सम्पर्क कर रहे हैं। जिलों तक रसायन उर्वरकों के रेल्वे रेक समय पर पहुंच सके इसके लिये रेल मंत्रालय के अधिकारियों से भी लगतार अनुरोध किया जा रहा है।
राज्य में किसानों को उनकी मांग के अनुसार अब तक 8.53 लाख मेट्रिक टन रसायन उर्वरक का वितरण किया जा चुका है। इसमें यूरिया 3.97 लाख, डीएपी 2.75 लाख, काम्पलेक्स 54 हजार, सुपरफास्फेट एक लाख एक हजार मेट्रिक टन एवं पोटाश 21 हजार मेट्रिक टन है। प्रदेश में यूरिया की आपूर्ति नियमित रूप से हो सके इसके लिये कृषि विभाग के अधिकारी केन्द्रिय रसायन मंत्रालय के अधिकारियों से लगातार सम्पर्क कर रहे हैं। जिलों तक रसायन उर्वरकों के रेल्वे रेक समय पर पहुंच सके इसके लिये रेल मंत्रालय के अधिकारियों से भी लगतार अनुरोध किया जा रहा है।
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