मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने आज मंत्रालय में प्रदेश में खरीफ फसलों और अवर्षा की स्थिति की समीक्षा की। श्री चौहान ने खरीफ फसलों के लिये खाद-बीज जैसे आदानों की पर्याप्त उपलब्धता पर जोर देते हुए कहा कि किसानों को किसी भी स्थिति में आदानों की कमी नहीं होने दी जाये।
बैठक में जानकारी दी गई कि खरीफ फसलों के लिये निर्धारित लक्ष्य की 94.4 प्रतिशत में बोवनी हुई। अब तक प्रदेश में 100.67 लाख हैक्टेयर में खरीफ फसलों की बोवनी हुई है। लक्ष्य 106.70 लाख हैक्टेयर में बोवनी का है। अब तक 10.63 लख क्विंटल बीज किसानों को वितरित किये गये हैं। लक्ष्य 10.91 लाख क्विंटल का है।
इसी तरह 17.50 लाख मे.टन उर्वरकों के वितरण के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 12.41 लाख मे.टन उर्वरकों का वितरण किसानों को हो चुका है। डी.ए.पी. की व्यवस्था के लिये अग्रिम भुगतान के माध्यम से सामयिक उपलब्धता सुनिश्चित की गई। प्रदेश में 26 जुलाई से 8 अगस्त तक वर्षा न होने से बोवनी प्रभावित हुई और बोयी गई फसलों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में आगामी रबी मौसम की तैयारियों की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि खरीफ फसलों के प्रभावित होने की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर रबी फसलों के लिये अभी से आवयक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाये।
बैठक में जानकारी दी गई कि आगामी रबी मौसम में प्रदेश में 84.45 लाख हैक्टेयर में बोवनी का कार्यक्रम बनाया गया है। कार्यक्रम में दलहन और तिलहन फसलों के क्षेत्र में वृद्धि का विशेष कार्यक्रम शामिल है। रबी फसलों के लिये किसानों को आदानों की उपलब्धता के अंतर्गत इस वर्ष 18.22 लाख मे.टन उर्वरकों के वितरण का लक्ष्य रखा गया है। वर्ष 2008 के रबी मौसम में 15.07 लाख मे.टन उर्वरकों का वितरण हुआ था। रबी फसलों की अग्रिम बोवनी के दृष्टिगत डी.ए.पी., यूरिया, एम.ओ.पी. की व्यवस्था भी की जा रही है।
समीक्षा के दौरान प्रमुख सचिव कृषि विकास और कृषक कल्याण श्री आई.एन. दाणी और संचालक कृषि श्री डी.एन. शर्मा और मुख्यमंत्री के सचिव श्री एस.पी.एस. परिहार उपस्थित थे।
बैठक में जानकारी दी गई कि खरीफ फसलों के लिये निर्धारित लक्ष्य की 94.4 प्रतिशत में बोवनी हुई। अब तक प्रदेश में 100.67 लाख हैक्टेयर में खरीफ फसलों की बोवनी हुई है। लक्ष्य 106.70 लाख हैक्टेयर में बोवनी का है। अब तक 10.63 लख क्विंटल बीज किसानों को वितरित किये गये हैं। लक्ष्य 10.91 लाख क्विंटल का है।
इसी तरह 17.50 लाख मे.टन उर्वरकों के वितरण के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 12.41 लाख मे.टन उर्वरकों का वितरण किसानों को हो चुका है। डी.ए.पी. की व्यवस्था के लिये अग्रिम भुगतान के माध्यम से सामयिक उपलब्धता सुनिश्चित की गई। प्रदेश में 26 जुलाई से 8 अगस्त तक वर्षा न होने से बोवनी प्रभावित हुई और बोयी गई फसलों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में आगामी रबी मौसम की तैयारियों की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि खरीफ फसलों के प्रभावित होने की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर रबी फसलों के लिये अभी से आवयक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाये।
बैठक में जानकारी दी गई कि आगामी रबी मौसम में प्रदेश में 84.45 लाख हैक्टेयर में बोवनी का कार्यक्रम बनाया गया है। कार्यक्रम में दलहन और तिलहन फसलों के क्षेत्र में वृद्धि का विशेष कार्यक्रम शामिल है। रबी फसलों के लिये किसानों को आदानों की उपलब्धता के अंतर्गत इस वर्ष 18.22 लाख मे.टन उर्वरकों के वितरण का लक्ष्य रखा गया है। वर्ष 2008 के रबी मौसम में 15.07 लाख मे.टन उर्वरकों का वितरण हुआ था। रबी फसलों की अग्रिम बोवनी के दृष्टिगत डी.ए.पी., यूरिया, एम.ओ.पी. की व्यवस्था भी की जा रही है।
1 comments:
я думаю: отлично.. а82ч
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