खरीफ फसलों में सोयाबीन पर इस मौसम में कीट से बचाव के लिए किसान-कल्याण एवं कृषि विकास विभाग ने किसानों को आवश्यक सलाह दी है। विभाग
के अनुसार कीट नियंत्रण के लिए उचित बीज दर रखना, अंतरवर्ती फसल बोना, खेत
के चारों ओर गेंदे के पौधे लगाना, फेरोमेन ट्रेप या प्रकाश ट्रेप, जैविक
कीट नाशकों का प्रयोग जैसे निम्बौली चूर्ण व एनपीवी का छिड़काव, पक्षियों के
बैठने योग्य फंसेदार लकड़ियाँ खेत में गाड़ना आदि अरासायनिक उपाय कारगर
होंगे। इसके बाद भी यदि रासायनिक विधि से कीट नियंत्रण जरूरी हो तो
ट्राइजोफॉस 40 ईसी या मोनोक्रोटोफॉस 36 एसएल की 800 मिलीलीटर मात्रा 750
लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर छिड़काव करने से चक्र भृंग को नियंत्रित
किया जा सकता है। सेमी लूपर तथा अन्य इल्लियों से बचाव के लिये क्विनालफॉस
या क्लोरोपाइरीफॉस 1.5 लीटर या ट्राइजोफॉस 0.8 लीटर अथवा मीथोमिल 40 एसपी 1
किलोग्राम मात्रा को 750 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करना चाहिए।
संचालक
कृषि डॉ. डी.एन. शर्मा ने मैदानी अमले को खेतों का सतत भ्रमण कर कीट
व्याधि प्रकोप की स्थिति का सूक्ष्म निरीक्षण करने को कहा है।
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